दुर्घटनाओं से फुल रहा पीएमसीएच इमरजेंसी वार्ड

पटना. होलिका दहन और होली के दिन प्रदेश में कई दुर्घटनाएं हुईं. जिलों के अस्पतालों ने अधिकांश को पीएमसीएच रेफर किया और इसका परिणाम था कि इमरजेंसी वार्ड होली के दिन फुल हो गया. सभी सीटें फुल हुईं, तो ही मरीजों का इलाज जमीन पर बेड डाल कर भी किया गया. पीएमसीएच के अाधिकारिक आंकड़ों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2017 6:51 AM
पटना. होलिका दहन और होली के दिन प्रदेश में कई दुर्घटनाएं हुईं. जिलों के अस्पतालों ने अधिकांश को पीएमसीएच रेफर किया और इसका परिणाम था कि इमरजेंसी वार्ड होली के दिन फुल हो गया. सभी सीटें फुल हुईं, तो ही मरीजों का इलाज जमीन पर बेड डाल कर भी किया गया.
पीएमसीएच के अाधिकारिक आंकड़ों के अनुसार होली और उसके अगले दिन कुल 232 मरीज भरती हुए. इसमें से ज्यादातर सड़क दुर्घटना के शिकार थे. इसके अलावा जेनरल मेडिसिन से जुड़े हैं. भीड़ ज्यादा बढ़ने के बाद पीएमसीएच की इमरजेंसी वार्ड में अफरातफरी मच गयी.
इसके बाद इसकी सूचना मिली, तो अधीक्षक लखींद्र प्रसाद, इमरजेंसी इंचार्ज अभिजीत सिंह आदि ने कमान संभाली और डाॅक्टरों के साथ पारा मेडिकल कर्मियों की टीम को लगाया गया. आइजीआइएमएस में भी सड़क दुर्घटना के दो घायल भरती हैं. गया के रहनेवाले दाेनों लोगों को सिर और कूल्हे में चोट लगी है.
शराब पीने का एक भी मामला नहीं आया अस्पताल
अब इसे शराबबंदी का इफेक्ट कहें या कुछ और लेकिन एक भी व्यक्ति पटना के अस्पतालों में शराब पीकर नहीं आया. न घायल के रूप में अौर न ही कोई अटेंडर के तौर पर आया. पीएमसीएच के अधीक्षक लखींद्र प्रसाद ने बताया कि दो दिनों में एक भी व्यक्ति शराब पीकर अस्पताल में नहीं पहुंचा. पिछले साल सबसे ज्यादा आंकड़ा शराब पीकर घायल होनेवाले लोगों की ही थी. आइजीआइएमएस में भी यही हाल था.
कहां कितने हुए भरती?
पीएमसीएच: 232
एक्सीडेंटल: 65
बर्न: 15
सामान्य : 150
आइजीआइएमएस: 02
हेड इंजुरी : 01
बैक इंजुरी: 01

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