36,666 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा 227 फाॅर्म किये गये रिजेक्ट
पटना : सूबे के मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के लिए 36,993 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. आवेदन फार्म भरने के बाद ऑनलाइन त्रुटि में सुधार की तिथि समाप्त हो चुकी है. इसमें सूबे के 227 अभ्यर्थियों के आवेदन रिजेक्ट कर दिये गये हैं. इनका आवेदन फॉर्म अधूरा था. बिहार प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद […]
पटना : सूबे के मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के लिए 36,993 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. आवेदन फार्म भरने के बाद ऑनलाइन त्रुटि में सुधार की तिथि समाप्त हो चुकी है. इसमें सूबे के 227 अभ्यर्थियों के आवेदन रिजेक्ट कर दिये गये हैं. इनका आवेदन फॉर्म अधूरा था. बिहार प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीइसीइ) के अनुसार कुल 36,993 अभ्यर्थियों ने नामांकन के लिए आवेदन भरे थे. इसमें 227 आवेदन अधूरे होने के कारण रिजेक्ट कर दिये गये. वहीं, 36,666 अभ्यर्थियों के आवेदन फाॅर्म सही पाये गये हैं.
रजिस्ट्रेशन से 9301 आवेदन कम आये : मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन को लेकर बीसीइसीइ के पास 45,967 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाये थे, लेकिन परीक्षा फाॅर्म और चालान का पेमेंट मात्र 36,666 अभ्यर्थियों ने ही किये. 9301 अभ्यर्थियों ने परीक्षा फाॅर्म नहीं भरे. बीसीइसीइ के ओएसडी अनिल कुमार सिन्हा ने इसकी जानकारी दी. त्रुटि में सुधार का मौका समाप्त होने के बाद 20 मार्च तक अभ्यर्थी को आवेदन की हार्ड कॉपी बीसीइसीइ कार्यालय में भेज देनी है. 20 मार्च के बाद आवेदन नहीं लिये जायेंगे. 21 मार्च को ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी किया जायेगा. 16 अप्रैल को प्रथम चरण की परीक्षा होगी.
पटना. पांच दिनों के बाद 21 मार्च को बिहार मेडिकल और इंजीनियरिंग काॅलेज में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी करना है. बिना परीक्षा नियंत्रक के हस्ताक्षर के एडमिट कार्ड जारी नहीं हो सकता है. बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद के लिए यह परेशानी का सबब बन गया है.
ज्ञात हो कि बीएसएससी के परचा लीक मामले में गिरफ्तार आइएएस सुधीर कुमार बीसीइसीइ के परीक्षा नियंत्रक हैं. सुधीर कुमार को निलंबित तो कर दिया गया है, लेकिन उन्हें बीसीइसीइ के परीक्षा नियंत्रक के पद से हटाया नहीं गया है. प्रथम चरण की प्रवेश परीक्षा 16 अप्रैल को होनी है. इसके लिए 21 मार्च को एडमिट कार्ड वेबसाइट पर अपलोड करने हैं.
बोर्ड अब भी लगा है : आइएएस सुधीर कुमार का नाम परीक्षा नियंत्रक के रूप में बोर्ड पर अभी भी लगा है. वैसे पर्षद की विज्ञप्ति पर परीक्षा नियंत्रक नाम हटा दिया गया है. लेकिन पर्षद के परीक्षा नियंत्रक के रूप में सुधीर कुमार अभी भी बने हुए हैं. इस कारण परीक्षा नियंत्रक के सारे काम ठप हैं.