पटना : बिहार में विधान परिषद की चार सीटों पर हुए चुनाव में से तीन के परिणाम आ चुके हैं. चौथे सीट का परिणाम आना बस औपचारिकता मात्र रह गया है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी के अवधेश नारायण सिंह का जितना तय माना जा रहा है. एनडीए के नेताओं की मानें तो विधान परिषद में वर्तमान सभापति अवधेश नारायण सिंह नीतीश कुमार के पसंदीदा बताये जाते हैं. नीतीश कुमार दोबारा अवधेश नारायण सिंह को ही सभापति की कुर्सी पर देखना चाहते हैं. वहीं दूसरी ओर विधान परिषद सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के एक बयान से महागठबंधन में सभापति की कुर्सी को लेकर ठन गयी है. दूसरी ओर एनडीए नीतीश कुमार द्वारा अवधेश नारायण सिंह को ही दोबारा सभापति बनाये रखने के फैसले से काफी उत्साहित है और आशा जता रही है कि नीतीश कुमार इस तरह की परंपरा बनाये रखेंगे.
विधान परिषद में मीडिया से बातचीत करते हुए राबड़ी देवी ने इस पर आपत्ति जाहिर की है. राबड़ी देवी का कहना है कि राजद कोटे से किसी व्यक्ति को सभापति चुना जाना चाहिए. राबड़ी ने साफ किया है कि सभापति पद पर उन्हें या उनकी पार्टी को अवधेश नारायण सिंह बिल्कुल मंजूर नहीं हैं. वहीं इस मसले पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बयान दिया है कि सभापति का मसला महागठबंधन के नेता मिल बैठकर करेंगे. जदयू की ओर से विप के सदस्य और प्रवक्ता नीरज ने कहा है कि नीतीश कुमार हमेशा उच्च परंपरा को कायम रखने वाले व्यक्ति हैं. वहीं कांग्रेस नेता ने कहा है कि महागठबंधन यदि ठीक से चुनाव लड़ती तो परिणाम कुछ और होता.