नीतीश कुमार के आवास पर जाकर मिले बीजेपी विधान पार्षद अवधेश नारायण
पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव की चार सीटों के लिए गत 9 मार्च को हुए चुनाव में प्रदेश में सत्ताधारी जदयू दो सीटों और राजग में शामिल भाजपा एवं रालोसपा ने एक-एक सीट विजयी रहे. बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने राजद प्रत्याशी के खिलाफ दो उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे […]
पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव की चार सीटों के लिए गत 9 मार्च को हुए चुनाव में प्रदेश में सत्ताधारी जदयू दो सीटों और राजग में शामिल भाजपा एवं रालोसपा ने एक-एक सीट विजयी रहे. बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने राजद प्रत्याशी के खिलाफ दो उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे और इन प्रत्याशियों को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. बिहार विधान परिषद के वर्तमान सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इस चुनाव में जीत दर्ज करने पर पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास जाकर उनसे मुलाकात करने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी.
राजद प्रत्याशी हारे
गया स्नातक क्षेत्र से राजद उम्मीदवार पुनीत सिंह और कांग्रेस के अजय सिंह को पराजित कर भाजपा उम्मीदवार अवधेश नारायण सिंह अपनी सीट बरकार रखने में कामयाब रहे. गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से राजग के घटक दल रालोसपा के संजीव श्याम सिंह राजद और कांग्रेस उम्मीदवारों को हराकर विजयी रहे. जदयू ने सारण स्नातक क्षेत्र से वीरेंद्र नारायण यादव और कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से संजीव कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था और दोनों इस चुनाव में विजयी रहे.
महागठबंधन में दरार की खबर
मीडिया में आयी रिपोर्ट के अनुसार अवधेश कुमार सिंह की जीत ने महागठबंधन में फिर से दरार पैदा कर दी है, क्योंकि जदयू बिहार विधानमंडल के उच्च सदन के सभापति पद पर सिंह को आगे बनाए रखने का पक्षधर है. वहीं, लालू प्रसाद का राजद इस कुर्सी पर अपने पार्टी के किसी सदस्य को आसीन करना चाहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान उच्च सदन के सभापति के तौर पर उनकी पार्टी के किसी सदस्य को चुने जाने की बात कही थी हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि राजद द्वारा राबडी के नाम पर मुहर लगायी जा रही है.
महागठबंधन के नेता करेंगे मसला हल
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सभापति पद मामले को महागठबंधन के वरिष्ठ नेताओं द्वारा हल किया जायेगा. 75 सदस्यीय बिहार विधान परिषद में अवधेश नारायण सिंह का कार्यकाल आगामी 7 मई तक है और उन्होंने अपनी इस जीत के लिए मुख्यमंत्री सहित सभी दलों को धन्यवाद दिया. बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने गया स्नातक क्षेत्र से अपनी पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं खड़ा किये जाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया.
सर्वसम्मति से होता है मनोनयन -सुमो
बिहार विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुशील कुमार मोदी से यह पूछे जाने पर कि राजद सभापति का पद राबड़ी देवी के लिए चाह रही है, उन्होंने कहा कि इस पद के लिए मनोनयन सर्वसम्मति से किये जाने की परंपरा रही है. उन्होंने अवधेश नारायण सिंह को सभापति के पद पर बरकार रखे जाने के पक्ष में यह दलील दी कि बिहार में राजग के कार्यकाल के दौरान भाजपा ने कांग्रेस सदस्य अरुण कुमार को उनके चुनाव हारने तक एक साल तक के लिए सभापति के पद पर बनाए रखा गया था.