अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन : राजगीर पहुंचे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

राजगीर/गया : बिहार के राजगीर में तीन दिनों से चल रहेअंतरराष्ट्रीयबौद्ध सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी यहां पहुंचगये हैं. इससे पहले राष्ट्रपति एयरफोर्स के विशेष विमान से गया एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति का स्वागत किया. इसके बाद राष्ट्रपति, राज्यपाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2017 3:13 AM

राजगीर/गया : बिहार के राजगीर में तीन दिनों से चल रहेअंतरराष्ट्रीयबौद्ध सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी यहां पहुंचगये हैं. इससे पहले राष्ट्रपति एयरफोर्स के विशेष विमान से गया एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति का स्वागत किया. इसके बाद राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री तीनों राजगीर के लिए रवाना हुए. राजगीर में कार्यक्रम समाप्ति के बाद राष्ट्रपति गया लौटेंगे.

तय कार्यक्रम के मुताबिक यहां से राष्ट्रपति 4:30 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे. राष्ट्रपति का गया में सिर्फ विमान से हेलीकॉप्टर बदलने का कार्यक्रम था.जिसकेमद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गये थे. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर विमानों के आगमन के समय में भी बदलाव किया गया था. इस मौके पर मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,डीएम कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मलिक सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राजगीर के कन्वेंशन हॉल में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व राज्यपाल रामनाथ कोविंद सहित केंद्र सरकार व राज्य सरकार के कई मंत्री भी शामिल होंगे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 3:25 बजे बौद्ध सम्मेलन को संबोधित करेंगे.

इधर, शनिवार की सुबह बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा नव नालंदा महाविहार पहुंचे तो कुलपति एमएल श्रीवास्तव ने उन्हें प्रतीक चिह्न देकर स्वागत किया. बौद्ध धर्मगुरु ने परिसर में बोधि वृक्ष लगाया. इसके बाद वे नवनिर्मित नागार्जुन संकाय व शांति रक्षित इंटरनेशनल हॉस्टल का उद्घाटन किया. उन्होंने महाविहार के प्राध्यापकों व छात्रों से संवाद स्थापित किया. नव नालंदा महाविहार की ओर से नालंदा का मौलिक चित्रित शील भेंट किया गया. बौद्ध धर्मगुरु ने भी तिब्बत की मशहूर थंका पेंटिंग महाविहार को भेंट की. कन्वेंशन हॉल में 12 सत्रों का आयोजन किया गया.

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