बिहार में बाढ़ व बंगाल में कटाव से राहत चाहिए तो केंद्र करे फरक्का बराज की समीक्षा : जलपुरुष राजेंद्र सिंह
पटना :जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि बिहार को बाढ़ व पश्चिम बंगाल को कटाव से मुक्ति दिलाने के लिए फरक्का बराज को लेकर केंद्र को समीक्षा करने की जरूरत है. इससे पहले बराज के समीप सिल्ट की सफाई व बंद पड़े स्लुइस गेट को शीघ्र खुलवाने की आवश्यकता है.ताकि गंगा अपनी पुरानी धारा […]

पटना :जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि बिहार को बाढ़ व पश्चिम बंगाल को कटाव से मुक्ति दिलाने के लिए फरक्का बराज को लेकर केंद्र को समीक्षा करने की जरूरत है. इससे पहले बराज के समीप सिल्ट की सफाई व बंद पड़े स्लुइस गेट को शीघ्र खुलवाने की आवश्यकता है.ताकि गंगा अपनी पुरानी धारा से होकर बह सके व पश्चिम बंगाल के मालदा व मुर्शिदाबाद के दर्जनों पंचायत के लोग बार-बार उजड़ने से बच सके.
अविरल गंगा लोक चेतन यात्रा के तहत 17 व 18 मार्च को मालदा व मुर्शिदाबाद जिले का भ्रमण कर रविवार को पटना लौटे जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने फरक्का बराज को लेकर गंगा के कटाव से पीड़ित लोगों की दास्तां पत्रकारों को सुनायी. उन्होंने कहा कि गंगा में सिल्ट की वजह से बिहार को बाढ़ जैसे भयानक त्रासदी से जूझना पड़ रहा है.
पश्चिम बंगाल में फरक्का बराज से सटे होकर गंगा की धारा बहने से मालदा व मुर्शिदाबाद के दर्जनों पंचायत के छह सौ वर्ग किलोमीटर की उपजाऊ जमीन गंगा में विलीन हो चुकी है. बड़े पैमाने पर कटाव से पीड़ित लोगों के आंख में उसका दर्द देखने को मिला. उन्होंने कहा कि फरक्का बराज के बनने से फैल चुकी गंगा की धारा से पहले पांच से दस फीसदी कटाव था. अब कटाव लगभग 30 फीसदी हो गया है. कटाव को रोकने के लिए मुर्शिदाबाद जिले की महेशपुर ग्राम पंचायत की प्रधान जस्मीन आरा खातून ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखी है.
इसके बावजूद केंद्र से इसकी अनदेखी हो रही है. जल पुरुष ने कहा कि फरक्का बराज रहे या न रहे इस पर केंद्र को समीक्षा करने की आवश्यकता है. इसमें समय लगेगा लेकिन इससे पहले गंगा को अपने पुराने स्थान पर बहने देने के लिए जमा सिल्ट को हटाना वा बंद पड़े स्लुइस गेट को खोलना जरूरी है.