पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र एवं स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को विधान परिषद में सवालों का जवाब देते हुए विपक्ष के नेताओं पर खूब चुटकी ली. सदन में आम तौर पर आक्रामक तेवर के लिये जाने जाने वाले तेज प्रताप यादव नेपूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को चाचा, भाजपा के रजनीश को भाई औरपार्टी के ही कृष्ण कुमार को बाबा कह कर जवाब दिया.इनसबकेबीच विपक्ष की ओर से सुशील कुमार मोदी मोर्चा थामे रहे.
दोनों की बातों से पूरे प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने खूब मौज ली. हालांकि इसका असर प्रश्नों के जवाब पर नहीं पड़ा और बहुत कम समय में अधिसंख्य प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर सदन को मिल गये. सदन में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मंत्री के जवाब देने की शैली से खुश दिखीं. उनकी टिप्पणी पर वह मुस्कराती रहीं.
दरअसल, विधान परिषद में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के सबसे अधिक प्रश्न थे. सवाल जब राज्य में बंद पड़े आयुर्वेद कॉलेजों के खोलने का हुआ तो स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, चाचा (सुशील मोदी) जब आठ साल में कुछ नहीं कर सके तो हमे तो करना ही ना पड़ेगा.इसपर सुशीलमोदी ने तुरंत खड़ा होकर कहा, भतीजा के जवाब से पता नहीं चल रहा है कि उन्हें मार दिया जाए या छोड़ दिया जाए.
इसके बाद भाजपा नेता रजनीश कुमारका सवाल स्वाथ्य केंद्र के भवन निर्माण पर था.जिसपर स्वास्थ्य मंत्री उठे और कहा, अरे भाई बनावा देंगे, फिर दोनों भाई साथ चलकर फीता काट देंगे. वैसे अगर स्वास्थ्य विभाग का काम देखना है तो मेरे साथ चलिए हम दिखा देते हैं. इसी तरह कृष्ण कुमार के पटना सिटी के अस्पताल से जुड़े सवाल पर पूरा जवाब देने के बाद उन्होंने कहा, बाबा सब बनवा देंगे, उ प्रकाश पर्व के समय रहे. इस दौरान सत्ता पक्ष ने खूब मेज थपथपाई.
बिहार में नौ और चिकित्सा महाविद्यालय खोला जाना है : तेज प्रताप
पटना : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने आज बताया कि राज्य में कुल नौ चिकित्सा महाविद्यालय कार्यरत है तथा नौ चिकित्सा महाविद्यालय खोला जाना है. बिहार विधान परिषद में भाजपा सदस्य सूरजनंदन प्रसाद द्वारा पूछे गए एक तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में चिकित्सा शिक्षा के लिए गैर योजना मद में 548 करोड़ तथा योजना मद में 507 करोड़ कुल 1055 करोड़ रुपये का उपबंध है.
तेज प्रताप ने बताया कि बिहार में कार्यरत चिकित्सा महाविद्यालयों में पटना में पीएमसीएच, एनएमसीएच एवं आइजीआइएमएस, दरभंगा में डीएमसीएच, भागलपुर में जेएलएनएमसीएच, गया में एएनएमसीएच, मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच, पश्चिम चंपारण जिला में राजकीय मेडिकल कालेज बेतिया तथा नालन्दा जिला में विम्स पावापुरी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि मधेपुरा जिला में कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है और पूर्णिया, समस्तीपुर और सारण जिला मुख्यालय छपरा में केंद्र प्रायोजित योजना के अन्तर्गत चिकित्सा महाविद्यालय प्रस्तावित है. तेज प्रताप ने बताया कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना अंतर्गत राज्य के पांच जिलो सीतामढी, मधुबनी, बेगूसराय, वैशाली जिला के महुआ तथा भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है.
बिहार विधान परिषद में जदयू सदस्य राजकिशोर सिंह कुशवाहा द्वारा पूछे गए एक तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने बताया कि प्रदेश में आयुर्वेद के मात्र चार कॉलेज बंद हैं. उन्होंने सभी राज्यों के छात्र एवं छात्राएं पठन-पाठन हेतु दूसरे राज्यों में जाते हैं. वर्ष 2007 में सरकार के निर्णय के आलोक में इसे बंद करने का निर्णय लिया गया है.
कुशवाहा के यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार बंद पडे इन आयुर्वेद कालेजों को खोलने का विचार रखती है, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस विषय पर शीघ्र ही समीक्षा कर उचित निर्णय लिया जायेगा. भाजपा सदस्य लाल बाबू प्रसाद द्वारा पूछे एक अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में निबंधित सरकारी अस्पतालों की संख्या 1815 है तथा निजी अस्पतालों की संख्या 1351 है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में सभी मरीजों केे इलाज की समुचित व्यवस्था उपलब्ध करायी गई है.
प्रसाद द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार गैरनिबंधित अस्पतालों को निबंधित कराते हुए गरीबों के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करना चाहती है, तेज प्रताप ने कहा कि सरकार गरीबों के इलाज के समुचित व्यवस्था के लिए कृत संकल्पित है.