नादेड़ से पैदल ही पहुंचे गुरुघर

पटना सिटी : श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में गुरुमत प्रचार के लिए पांचों तख्तों की पदयात्रा पर निकले संत इंद्रजीत सिंह खालसा पहुंचे हैं. संत बाबा ने कहा कि वाणी व पहनावा में सादगी होनी चाहिए. संत बाबा ने कन्या भ्रूण हत्या की आलोचना करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2017 6:47 AM
पटना सिटी : श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में गुरुमत प्रचार के लिए पांचों तख्तों की पदयात्रा पर निकले संत इंद्रजीत सिंह खालसा पहुंचे हैं. संत बाबा ने कहा कि वाणी व पहनावा में सादगी होनी चाहिए. संत बाबा ने कन्या भ्रूण हत्या की आलोचना करते हुए कहा कि जिस परिवार में ऐसी घटना होती है, वहां का अन्न भी नहीं खाना चाहिए.
संत बाबा ने बताया कि 24 जून, 2016 को नादेड़ स्थित हुजूर साहिब से संत बाबा कुलवंत सिंह ने अरदास कर यात्रा आरंभ करायी. पदयात्रा में उनके साथ 30 लोगों का जत्था था. यात्रा खंडवा, ओंकारेश्वर, उज्जैन, राजस्थान, जयपुर व हरियाणा धमकाना साहिब होते पंजाब के तख्त श्री दमदमा साहिब भटिंडा पहुंची. यहां से फिर अकाल तख्त तरणतारण होते हुए आयी. इसके बाद वहां एक माह तक गुरुमत प्रचार करते हुए केशगढ़ साहिब पहुंचे, वहां से फिर पटना साहिब आये. संत बाबा के साथ चीमा साहिब संगरूर से आये अकाल एकेडमी के बच्चे भी हैं, जो दरबार साहिब में गुरुमत पाठ करते हैं. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ओरिया निवासी संत बाबा इंद्रजीत सिंह खालसा बताते हैं कि वे सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक फिर शाम चार बजे से रात्रि दस बजे तक पदयात्रा करते हुए 45 से 50 किलोमीटर प्रतिदिन चलते हैं.
कभी-कभी तो पूरी रात सफर पर रहते हैं. तख्त साहिब में संत बाबा गुरुमत प्रचार करेंगे. संत बाबा की इच्छा है कि पटना साहिब स्टेशन से पांचों तख्तों के दर्शन के लिए ट्रेन चलायी जाये.
साथ ही ट्रेनों के ठहराव व समय भी बढ़ाया जाये. तख्त साहिब के विकास में कार सेवा वाले संतों के योगदान की भी सराहना की. दूसरी ओर, पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश समेत देश के विभिन्न प्रांतों से लगभग दो दिनों में पांच सौ से अधिक सिख संगत का जत्था तख्त साहिब पहुंचा है.

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