बजट सत्र : 318 आयुष चिकित्सकों की जल्द बहाली : स्वास्थ्य मंत्री
पटना : हार विधान परिषद में मंगलवार को प्रश्न-उत्तर काल के दौरान ‘चाचा और भतीजा’ के बीच जमकर संवादों का आदान-प्रदान हुआ. पूरे मूड में बेहद सटीक जवाब के साथ ‘भतीजा’ यानी स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने ‘चाचा’ यानी नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी के बीच सवाल-जवाब हुए. इस दौरान पूरा सदन कई बार […]
पटना : हार विधान परिषद में मंगलवार को प्रश्न-उत्तर काल के दौरान ‘चाचा और भतीजा’ के बीच जमकर संवादों का आदान-प्रदान हुआ. पूरे मूड में बेहद सटीक जवाब के साथ ‘भतीजा’ यानी स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने ‘चाचा’ यानी नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी के बीच सवाल-जवाब हुए. इस दौरान पूरा सदन कई बार ठहाकों से गूंजा. स्वास्थ्य मंत्री ने परिषद को बताया कि राज्य में आयुष चिकित्सकों के 874 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 556 पद रिक्त पड़े हुए हैं.
इनमें 318 पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई तेजी से चल रही है. जल्द ही बहाली पूरी कर ली जायेगी. वह परिषद में नवल किशोर यादव और राजकिशोर कुशवाहा के अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी ने राज्य में पिछले आठ साल से बंद पड़े आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों का मामला उठाया. इस पर ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि आठ साल पहले तो आप ही डिप्टी सीएम थे. सुशील मोदी ने कहा कि हमारे कार्यकाल में इसके लिए प्रयास शुरू किया गया था. चार सात बीत गये, फिर भी अभी तक कुछ नहीं हुआ है. इस क्रम में जवाब देने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुछ सदस्यों के बीच जोरदार बहस हुई. विपक्षी सदस्यों की मांग थी कि जवाब सिर्फ संबंधित विभागीय मंत्री ही दें. नोकझोंक के कारण माहौल थोड़ा गरमाने लगा. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने अपने अंदाज में इसे हल्का करते हुए कहा कि आठ साल से बंद पड़ेचार आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेजों को जल्द ही चालू किया जायेगा. इस संबंध में विभागीय स्तर पर समीक्षा करके जल्द ही प्रयास शुरू कर दिया जायेगा.
डीएम को अल्ट्रासाउंड सेंटरों के निरीक्षण का आदेश
स्वास्थ्य मंत्री ने मंगल पांडेय के सवाल के जवाब में कहा कि राज्य में अल्ट्रासाउंड केंद्रों की संख्या 2218 है. इसमें बिहार क्लिनिकल इस्टेबलिस्टमेंट एक्ट, 1994 के तहत सभी सिविल सर्जन को इन सेंटरों का निरीक्षण करने का अधिकार है. अब तक नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 194 सेंटरों पर मुकदमा किया जा चुका है. फिलहाल यह मामला न्यायालय में चल रहा है. कोर्ट से फैसला आने के बाद सख्त कार्रवाई की जायेगी. सदस्यों की टोका-टाकी को देसज अंदाज में चुप कराते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि पहले सुन लीजिये, उसके बाद बोलियेगा, इतना बढ़िया जवाब बना के लाये हैं. सब गड़बड़ा जायेगा.
विप में स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि स्टाफ नर्स ग्रेड-ए के 534 पद खाली पड़े हैं. इन्हें भरने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जायेगी. हाल में राज्य कर्मचारी चयन आयोग के जरिये हुई इन पदों पर बहाली में योग्य उम्मीदवारों की कमी के कारण 230 पद ही भर पाये थे.
वह रीना देवी के तारांकित प्रश्न का जवाब दे रहे थे. इसके अलावा एमएलसी संजय प्रकाश ने एंबुलेंस कर्मियों का मामला उठाया. जवाब में मंत्री ने कहा कि पूर्व में राज्य में एंबुलेंस सेवा दे रही निजी कंपनी की सेवा संतोषजनक नहीं होने के कारण इसका कांट्रैक्ट रद्द कर दिया गया है. एक नयी निजी कंपनी के साथ करार किया गया है. जल्द ही राज्य में एंबुलेंस की सेवा पहले जैसी फिर से बहाल कर दी जायेगी. पुराने एंबुलेंस कर्मियों के हितों की रक्षा करते हुए इन्हें भी एडजस्ट किया जायेगा. ये सारे कार्य पहले की तरह की राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से कराये जायेंगे. सदस्य तनवीर अख्तर के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि राज्य एड्स सोसाइटी को जो 19 करोड़ 26 लाख रुपये आवंटित किये गये थे, वह खर्च नहीं होने के कारण लौट गये. सदस्य सच्चिदानंद राय के सवाल पर मंत्री ने कहा कि छपरा जिलास्थित लहलादपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े सभी मामले की जांच रिपोर्ट डीएम से मांगी गयी है. इस रिपोर्ट के आने के बाद ही कार्रवाई की जायेगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बेगूसराय जिला में मौजूद 292 उपस्वास्थ्य केंद्र में 200 के पास भवन नहीं है. आगामी वित्तीय वर्ष में भवन निर्माण का कार्य करवा दिया जायेगा. रजनीश कुमार को अपने प्रश्न का जवाब मिलने के बाद भी वह बार-बार पूरक पूछ रहे थे. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने मजकिया अंदाज में कहा कि काहे हड़बड़ा रहे हैं. भवन तो बन जाने दिजीए फिर चलेंगे दोनों भाई फीता काटने. इस पर सभी सदस्यों ने जोरदार ठहाके लगाये.