भाजपा विधायक लाल बाबू का विधान परिषद में निलंबन वापस, मंत्री मस्तान का भाजपा सदन में करती रहेगी विरोध

पटना :भाजपा के विधान परिषद सदस्य लाल बाबू का निलंबन प्रस्ताव वापस ले लिया गया है.लाल बाबू के निलंबन का प्रस्ताव कांग्रेस के दिलीप चौधरी ने लाया था. उन्होंने इसे वापस ले लिया. लाल बाबू ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही में भाग लिया. वहींसुशील मोदी ने कहा कि उत्पाद, निबंधन व मद्य निषेध मंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2017 12:11 PM

पटना :भाजपा के विधान परिषद सदस्य लाल बाबू का निलंबन प्रस्ताव वापस ले लिया गया है.लाल बाबू के निलंबन का प्रस्ताव कांग्रेस के दिलीप चौधरी ने लाया था. उन्होंने इसे वापस ले लिया. लाल बाबू ने मंगलवार को सदन की कार्यवाही में भाग लिया. वहींसुशील मोदी ने कहा कि उत्पाद, निबंधन व मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तानका विरोध आगे भी जारी रहेगा.

गौरतलब है कि सोमवार को विधान परिषण् में उत्पाद, निबंधन व मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान विपक्ष के एक सल का जवाब दे रहे थे. मंत्री के जवाब का विपक्ष ने बहिष्कार किया और वेल में पहुंच कर मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की. मंत्री इसके बाद भी अपना जवाब पढ़ते रहे. भाजपा के लाल बाबू प्रसाद नेमंत्री मस्तान को रोकने के साथ ऑर्डर सीट छीनने का प्रयास किया. इसे लेकर सत्ता पक्ष के सदस्य भी मंत्री के समर्थन में वेल में पहुंच गये और विरोध जताया. इससे दौरान दोनों पक्ष के सदस्यों में जम कर नोकझोंक हुआ.

30 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित
इसके बाद सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गयी थी. बाद में कांग्रेस के दिलीप कुमार चौधरी ने लाल बाबू प्रसाद के निलबंन का प्रस्ताव रखा. इस पर मंगलवार को सभापति अवधेश नारायण सिंह अपने कक्ष में सर्वदलीय बैठक कर निर्णय लिया.

यह था मामला
सोमवार को दिनेश प्रसाद सिंह के ध्यानाकर्षण का जवाब देने के लिए खड़े मंत्री अब्दुल जलील मस्तान का विपक्ष ने बहिष्कार किया. विपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तसवीर पर जूता मारने के लिए उकसाने वाले मंत्री के जवाब का बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं. इसके बाद विपक्ष के सदस्य वेल में पहुंच कर मंत्री के जवाब का विरोध करने लगे. वेल में रह कर लाल बाबू प्रसाद मंत्री से ऑर्डर सीट छीनने का प्रयास किया था. इस दौरान जदयू के सतीश कुमार व राजद के सुबोध कुमार विपक्ष सदस्यों का विरोध करने लगे थे. मंत्री के समर्थन में रामचंद्र भारती, तनवीर अख्तर, राजकिशोर सिंह कुशवाहा वेल में पहुंच गये थे. वेल में सत्ता व विपक्ष के बीच जमकर नोकझोंक हुआ था.

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