बजट सत्र :आर्सेनिक-फ्लोराइड युक्त टोलों को शुद्ध पेयजल

पटना : लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचइडी) मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने बताया कि राज्य के 13 जिले आर्सेनिक व 11 जिले फ्लोराइड प्रभावित है. आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित जिलों में गुणवत्तापूर्ण जलापूर्ति के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की जा रही है. पीएचइडी मंत्री गुरुवार को विधानसभा में भाई विरेंद्र के अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दे रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2017 6:56 AM

पटना : लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचइडी) मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने बताया कि राज्य के 13 जिले आर्सेनिक व 11 जिले फ्लोराइड प्रभावित है. आर्सेनिक व फ्लोराइड प्रभावित जिलों में गुणवत्तापूर्ण जलापूर्ति के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की जा रही है. पीएचइडी मंत्री गुरुवार को विधानसभा में भाई विरेंद्र के अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दे रहे थे. उन्होंने बताया कि राज्य के बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, कटिहार, भागलपुर, मुंगेर और लखीसराय जिले के 961 बसावटों के भूगर्भीय जल में आर्सेनिक की मात्रा पेयजल के निर्धारित सीमा से अधिक है. आर्सेनिक प्रभावित बसावटों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए 117 मिनी जलापूर्ति योजना ट्रीटमेंट यूनिट के साथ चालू की गयी है.

साथ ही 1170 गहरे नलकूप का निर्माण किया गया है. राज्य सरकार के निश्चय के तहत 961 बसावटों में शुद्ध पेयजल के लिए 391.60 करोड़ की योजना की स्वीकृति दी गयी है. आगामी तीन सालों में इसे पूरा कर लिया जायेगा. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ने बताया कि राज्य के 11 जिलों जिसमें औरंगाबाद, बांका, कैमूर, भागलपुर, गया, जमुई, मुंगेर, नालंदा, नवादा, रोहतास और शेखपुरा के 3467 बसावटों में फ्लोराइड की मात्रा मान्य सीमा से अधिक पायी गयी है.
इन जिलों में 261 मिनी जलापूर्ति योजना ट्रीटमेंट यूनिट के साथ चालू की गयी है. इससे शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. सात निश्चय के तहत 3467 बसावटों में शुद्ध पेयजल के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत योजना स्वीकृत कि गयी है जिसे तीन सालों में पूरा कर लिया जायेगा.

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