पटना : पटना के घाट पर आज अस्ताच लगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ दिया जायेगा. अहले सुबह से ही तैयारी शुरू हो जायेगी और दो पहर से ही गंगा के घाट की ओर व्रती और श्रद्धालु पहुंचने लगेंगे. शाम के साढ़े चार बजने के बाद व्रती भगवान सूर्य की आराधना शुरू कर देंगे. इसके बाद शाम में पौने पांच बजे से अर्घदान शुरू होगा. रविवार की शाम अस्ताच लगामी सूर्य को व्रती पहला अर्घ्य अर्पित करने के बाद सभी घर लौटेंगे और रात में लोकगीतों की धुन बजेगी. सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को दूसरे अर्घ के साथ लोक आस्था का यह महापर्व पूरा होगा. व्रती इसके बाद पारण करेंगी और प्रसाद का वितरण किया जायेगा.
सुबह में गंगा स्नान और शाम में पूजा के बाद हुई खरना की पूजा
शनिवार सुबह में गंगा स्नान और शाम में विधि पूर्वक पूजा-अर्चना के बाद व्रतियों ने खरना किया. खरना के साथ ही छठ के 36 घंटे का निराहार व्रत शुरू हो गया. व्रतियों ने अरवा चावल, दूध-गुड़ से बनी खीर और गेहूं के आटे की रोटी का भोग लगाया और फिर खरना किया. व्रतियों के घर खरना का प्रसाद खाने के लिए लोग पूरी श्रद्धा से गये. रविवार को अस्ताच लगामी भगवान भास्कर को व्रती पहला अर्घ देंगे और सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ के साथ ही यह व्रत पूरा होगा.
गंगा तट के अलावा लोगों ने अपने-अपने घरों में भी स्नान कर छठ का खरना किया. घरों में भी मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से व्रतियों ने खरना का प्रसाद बनाया.
पीपा पुल पर 24 घंटे नहीं चलेंगे वाहन
पटना/पटना सिटी. गायघाट पीपा पुल पर 24 घंटे वाहनों का परिचालन रोका जायेगा. यह व्यवस्था रविवार की सुबह दस बजे से प्रभावी होगी, जो अगले दिन सोमवार की सुबह दस बजे तक प्रभावी होगी. पटना के डीएम संजय कुमार अग्रवाल और वैशाली की डीएम रचना पाटिल से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया. जानकारी देते हुए एसडीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि अर्घ अर्पित करने के दरम्यान व्रतियों को असुविधा नहीं हो, इसके लिए हाजीपुर से पटना पीपा पुल के रास्ते आनेवाले सभी प्रकार के वाहनों के परिचालन पर रोक लगायी गयी है, जबकि पटना से हाजीपुर जानेवाले दुपहिया वाहनों के परिचालन पर भी रोक रहेगी. साथ ही गंगा के बीच में निकल आये रेत पर भी लोगों को जाने की मनाही होगी. अगर कोई व्रती रेत के उस पार जाता है, तो रोका जायेगा.
गंगा घाटों पर व्रतियों ने डाला डेरा
पटना. चैती छठ के अवसर पर पटना में विभिन्न नदियों के किनारे डूबते और उगते सूरज की पूजा करने, उन्हें अर्घ देने और उनकी उपासना करने की चाहत के साथ छठव्रतियों का जमावड़ा शुरू हो गया है. ये श्रद्धालु आज शाम डूबते सूरज को अर्घ देने के बाद रात में वहीं विश्राम करेंगे और उगते सूरज को अर्घ देने के लिए पूरी रात जाग कर कीर्तन भजन करते हुए प्रसाद बनायेंगे. पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों से लेकर सुदूर बसे गांवों से भी कई परिवार राजधानी के घाटों के पास पहुंचे हैं. कोई पूरे परिवार के साथ आया है, तो किसी के घर के सदस्य दोपहर तक पहुंच जायेंगे.
घाटों की अव्यवस्था देख डीएम ने लगायी फटकार
पटना. चैती छठ घाटों पर सीढ़ियों की स्थिति देख डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को फटकार लगायी. शनिवार को निरीक्षण के दौरान उन्होंने घाटों की सीढ़ियों को रविवार दोपहर से पहले मरम्मत के निर्देश दिये. निरीक्षण के क्रम में वह कालीघाट पर सफाई ठीक से नहीं किये जाने पर बांकीपुर अंचल के कार्य पालक पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए ससमय व्यवस्था सुधारने की हिदायत दी. डीएम ने सभी खतरनाक घाटों पर साइनेज लगाने के निर्देश दिये. साथ ही इनके संपर्क पथों पर बैरिकेडिंग की भी व्यवस्था करने को कहा. उन्होंने सभी प्रतिनि युक्त दंडाधिकारी को समय से ड्यूटी पर पहुंचने को कहा है. निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.