सीओ को जमीनों की मापी करने के बाद रिपोर्ट देने का निर्देश
इसके बाद एसडीओ और डीसीएलआर करेंगे वेरिफिकेशन
पटना : सभी मंदिरों की जमीन की मापी कराने के बाद उसका वेरिफिकेशन कराया जायेगा. पटना जिले के 378 मंदिरों की चहारदीवारी करने के लिए सभी संबंधित 23 अंचलों के अंचलाधिकारी इन दिनों मंदिर के जमीन की मापी करा रहे हैं. मापी कराने के बाद उसका क्रॉस वेरिफिकेशन होगा. इसके लिए एसडीओ और डीसीएलआर को जवाबदेह बनाया गया है.
उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार ने इसे लेकर जिले के सभी छह एसडीओ और डीसीएलआर को निर्देश जारी किया है. इसके बाद रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जायेगी. रिपोर्ट पर हरी झंडी मिलते ही उन मंदिरों की चहारदीवारी होगी.
वेरिफिकेशन में इन बिंदुओं पर देना होगा ध्यान : वेरिफिकेशन में कई बिंदुओं पर पदाधिकारी ध्यान देंगे. ऐसे मंदिर जो सार्वजनिक घोषित किये जा चुके हैं या फिर उनका 1960 के पहले निर्माण किया गया है और जिसे चहारदीवारी से नहीं घेरा गया है. वैसे मंदिरों को घेर कर सुरक्षित किया जाना है. मंदिरों के चहारदीवारी निर्माण का काम बिहार राज्य भवन निर्माण निगम द्वारा किया जायेगा. यह चहारदीवारी आठ फुट ऊंचाई की होगी.
दो करोड़ से ऊपर तक की राशि प्राप्त हो सकती है. मंदिरों के चहारदीवारी के लिए जिला स्तर पर गठित कमेटी को पचास लाख तक, दो करोड़ रुपये तक की राशि को प्रमंडलीय आयुक्त तथा दो करोड़ से ऊपर की राशि को सचिव सह विधि परामर्शी विधि विभाग बिहार पटना के प्रशासनिक स्वीकृति के लिए सक्षम पदाधिकारी बनाया गया है.