प्रदेश के दस जिलों में बनेगा टेलीमेट्री स्टेशन

इस स्टेशन से धरती के नीचे की गतिविधियों का होगा अध्ययन रविशंकर उपाध्याय पटना : बिहार में भूकंप जैसी आपदा आने के पहले के भूगर्भीय परिवर्तनों का समग्रता से अध्ययन किया जायेगा. इसके लिए राज्य के दस जिलों में टेलीमेट्री स्टेशन बनाये जायेंगे, जो धरती के नीचे होनेवाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे. यह अध्ययन का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2017 7:06 AM
इस स्टेशन से धरती के नीचे की गतिविधियों का होगा अध्ययन
रविशंकर उपाध्याय
पटना : बिहार में भूकंप जैसी आपदा आने के पहले के भूगर्भीय परिवर्तनों का समग्रता से अध्ययन किया जायेगा. इसके लिए राज्य के दस जिलों में टेलीमेट्री स्टेशन बनाये जायेंगे, जो धरती के नीचे होनेवाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे. यह अध्ययन का वह केंद्र होगा, जो आपदा के दौरान होनेवाले जाेखिमों को कम करने में मदद देगा. अापदा प्रबंधन प्राधिकरण के बिहार सिस्मिक टेलीमेट्री नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत सभी टेलीमेट्री स्टेशनों का संचालन किया जायेगा. इस केंद्र में अत्याधुनिक मशीनें होंगी, जो समय-समय पर रिपोर्ट देगी और यहां वैज्ञानिक शोध करेंगे. हरेक केंद्र पर एक डायरेक्टर और दो वरीय वैज्ञानिक तैनात होंगे.
साथ ही कनीय वैज्ञानिक भी यहां पर शोध के लिए मौजूद रहेंगे. 2.5 करोड़ रुपये का होगा एक टेलीमेट्री स्टेशन : आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के इस प्रोजेक्ट को राज्य कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. अब फंड मिलने के बाद इस पर काम शुरू कर दिया जायेगा. अब तक साइंटिस्ट और पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए सारी कागजी प्रक्रियाएं पूरी होने के कगार पर है.
प्रदेश के सभी बड़े इंजीनियरिंग कॉलेजों के अलावे बाकी जिलों में इसके लिए जगह चिह्नित किये गये हैं. योजना के मुताबिक एक टेलीमेट्री स्टेशन के निर्माण पर 2.5 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. भवन निर्माण विभाग की ओर से इसका टेंडर निकाल कर भवन का निर्माण किया जायेगा. इसके बाद आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का टेलीमेट्री विंग इसके बाद केंद्र के संचालन की जिम्मेवारी संभालेगा.

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