मुख्य सचिव के फरमान से शिक्षकों में आक्रोश
पटना : मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह द्वारा वित्त रहित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश के बाद शिक्षकों में आक्रोश है. मोरचा के महासचिव जयनारायण सिंह मधु ने कहा कि शिक्षक ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं है.शिक्षकों से जबरन कोई मूल्यांकन नहीं करवा सकता है. उन्होंने सभी जिलों के शिक्षकों को निर्देश […]
पटना : मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह द्वारा वित्त रहित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश के बाद शिक्षकों में आक्रोश है. मोरचा के महासचिव जयनारायण सिंह मधु ने कहा कि शिक्षक ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं है.शिक्षकों से जबरन कोई मूल्यांकन नहीं करवा सकता है. उन्होंने सभी जिलों के शिक्षकों को निर्देश दिया है कि छह अप्रैल को शांतिपूर्ण ढंग से मूल्यांकन का बहिष्कार करें और हर दिन गिरफ्तारी के लिए एक टोली का निर्माण करें. साथ ही सात अप्रैल को सभी मुख्यालयों में मुख्यमंत्री की शवयात्रा निकाली जाये.
वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा के आह्वान पर शिक्षकों का इंटर कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार 22 वें दिन भी जारी रहा. वित्त रहित शिक्षक अभी भी अनुदान के बदले वेतनमान, सेवाशर्त नियमावली, उम्र सीमा में बढ़ोतरी की मांग को लेकर शांतिपूर्ण मूल्यांकन बहिष्कार का काम जारी रहा. बुधवार को आयोजित मोरचा की बैठक में नंदकिशोर यादव, देव कुमार राय, अमरेश नंदन, योगेंद्र उपाध्याय समेत अन्य मौजूद थे.