बिहार में मिट्टी घोटाला : जांच करायेगी सरकार, मुख्य सचिव ने अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
पटना : पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी भरायी का मामला तूल पकड़ने लगा है. विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के मामला उजागर करने के अगले दिन सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. बुधवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए वन एवं पर्यावरण […]
पटना : पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी भरायी का मामला तूल पकड़ने लगा है. विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के मामला उजागर करने के अगले दिन सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. बुधवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की. मुख्य सचिव ने अधिकारियों से पूरी टेंडर प्रक्रिया और इसके आवंटन के बारे में तत्काल जानकारी मांगी है. विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया है कि संजय गांधी जैविक उद्यान में जो मिट्टी भरायी हाे रही है वह लालू प्रसाद के परिवार के बन रहे मॉल से निकाल कर लाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, मिट्टी आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को 90 लाख रुपये का टेंडर दिया गया है. इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्य सचिव ने कहा कि पूरे मामले की तहकीकात करायी जायेगी. किस प्रकार मिट्टी भरायी की प्रक्रिया आरंभ की गयी, कब इसका टेंडर जारी हुआ और कौन आपूर्तिकर्ता है इस सबके बारे में रिपोर्ट मांगी गयी है.
इधर, मोदी के खुलासे के बाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का कुनबा चर्चा में है. माल बनाने वाली जिस कंपनी के निदेशक वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री तेज प्रताप यादव और उनके भाई उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव हैं, उसका जिक्र दोनों भाइयों के चुनावी शपथ पत्र और मंत्रियों द्वारा घोषित संपत्ति में भी नहीं है. बिहार विधानसभा का चुनाव नवंबर, 2015 में हुआ है. जबकि, इंटरनेट पर उपलब्ध तथ्यों के मुताबिक तेज प्रताप यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव तथा उनकी बहन चंदा यादव 26 जून, 2014 को इस कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल हुए हैं. दानापुर के सगुना मोड़ स्थित लालू प्रसाद के परिवार की जमीन पर राजद विधायक अबु दोजाना की कंपनी मेरेडियन कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड ने करार कर मॉल बना रही है.