दिल्ली समेत अन्य राज्यों में भी बंद हो शराब : नीतीश
नयी दिल्ली : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षसह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली और अन्य राज्यों में भी शराबबंदी की मांग की और कहा कि एनएच के किनारे शराब की दुकानों को बंद करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. लोगों को इसका विरोध करना चाहिए. […]
नयी दिल्ली : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षसह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली और अन्य राज्यों में भी शराबबंदी की मांग की और कहा कि एनएच के किनारे शराब की दुकानों को बंद करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. लोगों को इसका विरोध करना चाहिए. रविवार को दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में दूसरे दिन बदरपुर इलाके में रोड शो के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी के बेहतर परिणाम दिख रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद अपराध में कमी आयी है. राज्य में दूध की खपत बढ़ी है. प्लास्टिक उत्पादसे लेकर फर्नीचर, रेडीमेड कपड़े और सिलाई मशीन की बिक्री काफी बढ़ गयी है. राज्य में न्याय के साथ विकास किया जा रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में लड़कियों में शिक्षा बढ़ाने के लिए साइकिल योजना शुरू की गयी. पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. अस्पतालों की स्थिति बेहतर करने के अलावा कानून का राज स्थापित किया. बिजली, सड़क और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ जीडीपी के विकास से समाज का विकास नहीं होता है. इसके लिए बिना भेदभाव के प्रयास होना चाहिए.
रोड शो में हुआ भारी स्वागत
दिल्ली में चुनावी अभियान को धार देने के लिए नीतीश कुमार ने दूसरे दिन भी बदरपुर से मीठापुर चौक पर रोड शो किया. लगभग तीन किमी लंबे रोड शो के दौरान लोगों ने उनका जबरदस्त स्वागत किया. इस इलाके में बिहारी वोटरों की संख्या अच्छी-खासी है. हजारों की तादाद में लोग उन्हें सुनने के लिए जमा थे. सभा के दौरान जदयू नेताओं ने साफ संदेश दिया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर नीतीश कुमार सबसे बेहतर विकल्प हैं.
गांधी के विचार से लोगों को करायेंगे अवगत
मुख्यमंत्री ने पटना में प्रकाश पर्व के सफल आयोजन का जिक्र करते हुए कहा कि इससे बिहार की छवि देश ही नहीं, विदेश में भी निखरी है. अब गांधी के चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर साल भर चलने वाले शताब्दी समारोह को सफल बनाना है और सुनिश्चित करना है कि उनके विचारों से युवाओं को अवगत कराया जा सके. अगर 10प्रतिशत युवा भी उनके आदर्शों को अपना कर आगे बढ़ने लगे, तो देश का कायाकल्प हो जायेगा.
पहले पहचान छुपाते थे, अब गर्व से खुद को कहते हैं बिहारी
बिहारी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की और दिल्ली के अंदरूनी इलाकों में मूलभूत सुविधाओं की कमी का जिक्र किया. उन्होंने दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी होने के बावजूद दयनीय हाल के लिए राज्य और केंद्र सरकार को जिम्मेवार बताया. बिहारी अस्मिता का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, पहले बिहार के लोग अपनी पहचान को छुपाते थे, लेकिन अब वे गर्व के साथ खुद को बिहारी कहते हैं. यही वजह है कि आज दिल्ली में लोक आस्था का पर्व छठ बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि बिहारी लोगों को दिल्ली में प्रवासी कहना गलत है, वे यहां के निवासी हैं और यहां के विकास में उनका अहम योगदान है. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जब यहां विधानसभा है, तो मुख्यमंत्री को अधिकार भी होने चाहिए और बिहार को भी विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए.
केंद्र और दिल्ली सरकार पर साधा निशाना
केंद्र और दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि लोग अपने काम को प्रचारित करने के लिए विज्ञापन में पैसा खर्च कर रहे हैं, लेकिन मैं काम में विश्वास करता हूं. जमीनी स्तर पर बदलाव आने के बाद उसका खुद प्रचार होने लगता है. इस मौके पर राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा कि देश की बागडोर ऐसे व्यक्ति के हाथ में होनी चाहिए, जो माला की तरह सबको पीरो कर साथ चल सके. देश में ऐसा काम सिर्फ नीतीश कुमार कर सकते हैं. जज्बाती मुद्दों को उभार कर माहौल को दूषित करने का प्रयास समाज को तोड़ता है और नीतीश कुमार का नेतृत्व ऐसे माहौल को कमजोर करने की ताकत रखता है.
जदयू के दिल्ली प्रभारी संजय झा ने कहा कि पिछले तीन महीने से जदयू चुनाव की तैयारी कर रहा है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2019 के चुनाव में जदयू सबसे आगे खड़ा होगा. प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि 2019 चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व को मजबूत करने के लिए नगर-निगम में पार्टी की जीत मायने रखती है. यह बिहारियों की ताकत के प्रदर्शन का त्योहार है और अब नीतीश कुमार की जरूरत देश को है. जदयू के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में जब शराबबंदी का फैसला लिया गया, तो कहा गया कि इससे राजस्व और पर्यटकों की संख्या में कमी आयेगी. लेकिन, सामाजिक बदलाव लाने के लिए मुख्यमंत्री ने यह कदम उठाया और इसके सकारात्मक बदलाव दिख रहे हैं.
इस मौके पर सांसद रामनाथ ठाकुर, कहकशां परवीन व कौशलेंद्र कुमार, उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह, पूर्व सांसद सुखदेव पासवान, युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार, पूर्व महासचिव ज्योति पांडेय, विधान पार्षद प्रोफेसर रणवीर नंदन, विधायक वशिष्ठ सिंह, विधायक सुनील चौधरी व अशोक कुमार सिंह, राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव छोटू सिंह, राज्य खाद्य आयोग के पूर्व सदस्य नंदकिशोर कुशवाहा, युवा जदयू के प्रदेश महासचिव विवेक चंदन, श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता पंकज सिंह, दिल्ली प्रदेश युवा जदयू के सचिव कुंदन सिंह, पूर्व विधायक मंजीत सिंह मौजूद थे.
सिख श्रद्धालुओं ने सीएम को किया सम्मानित
पटना. पटना में 350वें प्रकाश पर्व के उत्कृष्ट आयोजन के लिए नयी दिल्ली में सिख श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सम्मानित किया और उन्हें ‘गुरु प्यारा’ की उपाधि दी. शनिवार की रात बिहार निवास में आयोजित समारोह में अमृतसर के प्रख्यात कलाकार सरदार कुलवंत सिंह जी गिल ने मुख्यमंत्री को कलाकृति भेंट की. एसजेएस पाल और लुधियाना के सरूप सिंह जी अलग द्वारा रचित पुस्तकों के समूह को नीतीश कुमार को प्रस्तुत किया गया.
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री को 500 सिख विभूतियों की एक अद्वितीय निदेशिका भेंट की गयी. मुख्यमंत्री ने सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 350वें प्रकाशोत्सव का सफल आयोजन बिहार के लिए गर्व की बात है. गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मस्थान तख्त श्री पटना साहिब में इस समारोह का भव्य व सफल आयोजन कराना हमारा कर्तव्य था. गुरु की प्रेरणा से बिहार की जनता को इसमें कामयाबी मिली. इससे पूरे समाज में महत्वपूर्ण संदेश गया है. उन्होंने कहा कि यह सम्मा न केवल मेरा नहीं, बल्कि समस्त बिहारवासियों का सम्मान है.
इस अवसर पर सिख श्रद्धालुओं ने नीतीश कुमार द्वारा बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू किये जाने की प्रशंसा की और कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा अनूठा काम कर पूरे देश को एक नयी दिशा दी है. इससे समाज में अमन-चैन का वातावरण मजबूत हुआ है.