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चंपारण सत्याग्रह समारोह : अाहत हैं राजकुमार शुक्ल के परिजन, बोले – सरकार ने की बड़ी भूल

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पटना : एक ओर आज बिहार में जहां चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर भव्य व गरिमापूर्ण आयोजनों की शुरुआत हो रही है, वहीं इस सत्याग्रह के सूत्रधार रहे राजकुमार शुक्ल के वारिस रविभूषण राय ने आयोजन में अपने परिवार की उपेक्षा पर नाराजगी प्रकट की है. राजकुमार शुक्ल के नाती रविभूषण राय ने कहा है कि स्वर्गीय राजकुमार शुक्ल के परिजनों से आयोजन में शामिल होने के लिए किसी तरह का संपर्क नहीं किया गया है. उन्होंने इसे सरकार की भूल बताते हुए कहा कि यह परिवार इससे बहुत दुखी है.

रविभूषण राय ने कहा कि आज दैनिक अखबार के माध्यम से पता चला कि स्वर्गीय शुक्ल के परिजनों से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया है,लेकिन जब उन्होंने इस संबंध में सतवरिया गांव में रह रहे अपने बड़े भाई फणिभूषण जी से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि ऐसी कोई सूचना नहीं है. रविभूषण राय के अनुसार, उन्हें उनके बड़े भाई ने बताया कि एलएस कॉलेज में इतिहास विभाग द्वारा चंपारण सत्याग्रह पर कोई आयोजन किया गया है, उसी में उन्हें शामिल होने के लिए बुलाया गया है.

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राजकुमार शुक्ल के नाती ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि गांधी चंपारण शताब्दी समारोह में शुक्लजी के परिजनों को आमंत्रित नहीं किया गया है. शुक्लजी जीवन भर गांधीजी के पीछे रहे, लेकिन शुक्लजी के परिजनों कोआमंत्रित नहीं करके सरकार बहुत बड़ा भूल कर रही है. यह परिवार इससे बहुत दुखी है. राजकुमार शुक्ल के नाती रविभूषण राय ने कहा कि शुक्लजी जीवन भर अंगरेजों से लड़ते रहे, अपनी जान न्यौछावर कर दी, सब संपत्ति खो दी उस शुक्लजी के परिजनों को बिहार सरकार ने भूला दिया. वे आज भी उपेक्षित हैं, पहले भी उपेक्षित थे, उनके साथ सौतेला व्यवहार होता रहा है. यह बहुत दुख की बात है.

रविभूषण राय ने कहा कि विदेश फिल्मकार भी अपनी फिल्म में शुक्लजी को नहीं नकार सके. उन्होंने कहा कि यह अवसर दोबारा नहीं आयेगा. यह बड़ा सुखद होता कि गांधीजी व शुक्लजी के परिवार का मिलन होता. उन्होंने कहा कि इससे मतलब नहीं है कि राष्ट्रपतिजी सम्मानित करें, पहले भी सम्मानित किये जा चुके हैं. आवश्यकता इस बात की है कि शुक्लजी की जयंती मने, उनके गांव की दुर्दशा हो गयी है, उसके लिए कुछ हो, उनके नाम पर कोई संस्था हो.

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रविभूषण राय ने कहा कि हमारे पास कोई वोटबैंक नहीं है. आजकल पूछ उन्हीं की हो रही है, जिनके पास वोटबैंक है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को जल्द ज्ञापन सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में महावीर स्थल से गांधी मैदान तक पदयात्रा भी निकालेंगे.

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