खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने की मिलेगी ट्रेनिंग

पटना : राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को राज्य सरकार ‘विद्यालय तत्परता’ के लिए प्रशिक्षण देने जा रही है. शिक्षकों को हर वैसी गतिविधियों से अवगत कराया जायेगा, जो बच्चों के विकास में सहायक होंगे. साथ ही बच्चों को कैसे पढ़ाना है और उनके साथ कैसा व्यवहार करना है, इसके लिए शिक्षकों को संवेदनशील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 7:05 AM
पटना : राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को राज्य सरकार ‘विद्यालय तत्परता’ के लिए प्रशिक्षण देने जा रही है. शिक्षकों को हर वैसी गतिविधियों से अवगत कराया जायेगा, जो बच्चों के विकास में सहायक होंगे. साथ ही बच्चों को कैसे पढ़ाना है और उनके साथ कैसा व्यवहार करना है, इसके लिए शिक्षकों को संवेदनशील बनाया जायेगा.
इसके अलावा शिक्षकों में ऐसे कौशलों का भी विकास किया जायेगा कि वे अपने स्कूल में आने वाले बच्चों के साथ खेल-खेल में और खुशनुमा माहौल में पढ़ाई संचालित कर सकें. राज्य शिक्षा शोध व प्रशिक्षण परिषद इस महीने के अंत में राज्य स्तरीय पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन करेगा. इसमें हर जिले से पांच से 10 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जायेगी. ट्रेनिंग लेने के बाद ये शिक्षक मास्टर ट्रेनर के रूप में अपने-अपने जिलों के स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे.
इस प्रशिक्षण से सरकार को उम्मीद है कि इससे स्कूलों में शिक्षकों व बच्चों के बीच अपनापन बढ़ेगा अौर बच्चों का ठहराव भी स्कूलों में होगा. बच्चे स्कूल में आना चाहेंगे और इसका प्रभाव उनके सीखने व सिखाने की प्रक्रिया में भी दिखेगा. सरकार चाहती है कि स्कूलों में बच्चों के ठहराव व उपस्थिति बनी रहे इसके लिए आवश्यक है कि स्कूल के वातावरण, क्लास, पढ़ाई व अन्य सहायक सामग्री बच्चों के लिए रोचक, आकर्षक व आनंददायी हो. जो बच्चे पहली बार स्कूल आते हैं वे सीधे घर के माहौल से अलग स्कूल के माहौल में आते हैं.
अगर माहौल अलग-अलग होगा तो बच्चे स्कूल में नियमित नहीं आयेंगे. ऐसे में विद्यालय तत्परता कार्यक्रम इस फासले को पाटने के लिए सेतु का काम करेगा. इससे न सिर्फ बच्चे स्कूली परिवेश में अपनापन व सहजता महसूस करेंगे, बल्कि आनंददायी महौल में आत्मविश्वास से भी भरे होंगे.

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