नाला उड़ाही पर हर वर्ष करोड़ों खर्च, जलजमाव से मुक्ति नहीं
बड़ा मुद्दा. पिछले साल छह करोड़ की राशि हुई थी स्वीकृत पटना : निगम नाला उड़ाही को लेकर हर वर्ष करोड़ों रुपये की राशि खर्च करती है. शहर के नौ बड़े नालों की उड़ाही के साथ-साथ अंचल स्तर पर सभी वार्डों के कैचपीट, मैनहोल, छोटी बड़ी नालियों की सफाई व उड़ाही करनी है. भले ही […]
बड़ा मुद्दा. पिछले साल छह करोड़ की राशि हुई थी स्वीकृत
पटना : निगम नाला उड़ाही को लेकर हर वर्ष करोड़ों रुपये की राशि खर्च करती है. शहर के नौ बड़े नालों की उड़ाही के साथ-साथ अंचल स्तर पर सभी वार्डों के कैचपीट, मैनहोल, छोटी बड़ी नालियों की सफाई व उड़ाही करनी है. भले ही राशि प्रति वर्ष बढ़ती जा रही हो, मगर इसकी गारंटी कभी नहीं होती कि शहर में अगर एक-दिनों में 200 एमएल बारिश होती है, तो शहर में जलजमाव नहीं होगा.
बीते वर्ष भी तेज बारिश व गंगा में बाढ़ आने के कारण अशोक राजपथ से सटे दीघा, मैनपुरा सहित कई जगहों में जलजमाव हुअा था. इसके अलावे बाइपास से सटे मीठापुर, जक्कनपुर, पोस्टल पार्क, अशोक नगर से लेकर बाइपास से सटे उत्तरी इलाकों में बारिश के बाद पूरे छह माह तक खराब स्थिति रहती है. नूतन राजधानी से लेकर कंकड़बाग अंचल तक कई इलाके ऐसे हैं, जहां नाला उड़ाही का काम पूरा होने के बावजूद जलजमाव की समस्या होगी. नूतन राजधानी के कार्यपालक पदाधिकारी विशाल आनंद ने बताया कि क्षेत्र में कई वार्ड ऐसे हैं, जहां नाला ही नहीं है. अंचल क्षेत्र में जक्कनपुर स्थित डीबीसी कॉलोनी, मछली गली, पुलिस कॉलोनी, वार्ड-3, संपतचक, गर्दनीबाग आदि ऐसे इलाके हैं, जहां जलजमाव की समस्या कम बारिश में भी होती है. वहीं, कंकड़बाग में बाइपास नाला साफ होने के बावजूद उत्तरी क्षेत्र के आधे दर्जन वार्डों में जलजमाव की समस्या होगी.
नगर आयुक्त अभिषेक सिंह के अनुसार दस जून तक नाला उड़ाही का काम समाप्त कर लिया जायेगा. सात अप्रैल से नाला उड़ाही का काम शुरू कर दिया गया है. निगम अभी बड़े नालों की उड़ाही नहीं कर रहा. बाइपास सड़क पर एनएचआइ निर्माण के कारण कई जगहों पर नाला टूट गया है. निगम बड़े नालों की उड़ाही को प्राइवेट एजेंसी को देने की तैयारी कर रहा है. अभी निविदा निकाली जायेगी. इसके बाद सभी अंचलों से जो नाला उड़ाही का प्रस्ताव मांगा गया है, उसमें लगभग नौ करोड़ की राशि खर्च होने की संभावना है.