कभी सबसे अच्छी ट्रेन थी विक्रमशिला एक्सप्रेस, अब रोज चल रही है लेट

पटना : 16 साल पुरानी भागलपुर-आनंद विहार-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस अपने शुरुआती दिनों में सबसे बेहतर ट्रेनों में शुमार थी, जो आज विलंब ट्रेनों की सूची में शामिल हो गयी है. पिछले दो-तीन महीने में शायद ही कोई मौका होगा, जब नियमित रूप से चलनेवाली यह ट्रेन अपने निर्धारित समय पर पटना पहुंची हो. पहले पटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 7:07 AM
पटना : 16 साल पुरानी भागलपुर-आनंद विहार-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस अपने शुरुआती दिनों में सबसे बेहतर ट्रेनों में शुमार थी, जो आज विलंब ट्रेनों की सूची में शामिल हो गयी है. पिछले दो-तीन महीने में शायद ही कोई मौका होगा, जब नियमित रूप से चलनेवाली यह ट्रेन अपने निर्धारित समय पर पटना पहुंची हो. पहले पटना से दिल्ली के बीच कोई स्टॉपेज नहीं था. सिर्फ मुगलसराय और कानपुर स्टेशन पर तकनीकी ठहराव निर्धारित था. ट्रेन दिल्ली से रोजाना निर्धारित समय पर खुलती है और कानपुर आते-आते विलंब हो जाती है. मुगलसराय से आगे ट्रेन की रफ्तार और धीमी हो जाती है.
आनंद विहार से दोपहर 2:40 बजे रवाना होती है. अब कानपुर और मुगलसराय स्टेशन पर वाणिज्यिक ठहराव भी दिया गया है. मुगलसराय से पटना की दूरी 211 किमी और मुगलसराय से भागलपुर की दूरी 433 किमी है. पटना से भागलपुर के बीच 17 स्टेशनों पर ठहराव निर्धारित किया गया है. ट्रेनों की ठहराव की संख्या में बढ़ोतरी नहीं की गयी है, फिर भी रफ्तार धीमी हो गयी है.
ऐसे होता है विलंब
मंगलवार को पटना पहुंचनेवाली विक्रमशिला एक्सप्रेस सोमवार को अपने निर्धारित समय 2:40 बजे आनंद विहार से रवाना हुई और कानपुर स्टेशन अपने निर्धारित समय से 4:10 घंटा विलंब से पहुंची. मुगलसराय स्टेशन चार घंटे विलंब से पहुंची. मुगलसराय से पटना के बीच कोई स्टॉपेज नहीं है, फिर भी पांच घंटे विलंब से जंकशन पहुंची.
इन स्टेशनों पर रुकती है विक्रमशिला
आनंद विहार-पटना के बीच दो स्टेशन : कानपुर व मुगलसराय
पटना-भागलपुर के बीच 17 ठहराव : पटना साहिब, फतुहा, खुसरूपुर, बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा, हथीदह, बड़हिया, लखीसराय, किउल, कजरा, अभयपुर, धरहरा, जमालपुर, बरियारपुर, सुल्तानगंज और भागलपुर.
रेलखंड पर ट्रेनों का लोड अधिक, इसलिए परेशानी
मुगलसराय-पटना रेलखंड पर ट्रेनों का लोड अधिक है. इसके साथ ही बीच-बीच में स्पेशल ट्रेनों का भी परिचालन कराया जाता है. इससे ट्रेनों के परिचालन में थोड़ा बहुत विलंब होता है. फिर भी कोशिश रहती है कि रेलमंडल क्षेत्र में ससमय ट्रेनों का परिचालन सुनिश्चित किया जा सके.
आरके सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, दानापुर रेल मंडल

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