शराबबंदी से प्रदेश में 90% कम हो गये लिवर के रोगी

वर्ल्ड लिवर डे : कई अस्पतालों में कार्यक्रम मुख्य रूप से लिवर को डैमेज करता है शराब पटना : शराब का सेवन शहरी जीवन का हिस्सा बन गया था, गांवों में भी शराब के सेवन करनेवालों की कमी नहीं थी. यही वजह है कि शराब के सेवन से ज्यादातर मरीजों के लिवर खराब हो जाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2017 5:16 AM
वर्ल्ड लिवर डे : कई अस्पतालों में कार्यक्रम
मुख्य रूप से लिवर को डैमेज करता है शराब
पटना : शराब का सेवन शहरी जीवन का हिस्सा बन गया था, गांवों में भी शराब के सेवन करनेवालों की कमी नहीं थी. यही वजह है कि शराब के सेवन से ज्यादातर मरीजों के लिवर खराब हो जाते थे.
लेकिन, जब से प्रदेश में शराब बंद हुई है, तब से लिवर मरीजों की संख्या भी कम हुई है. ये बातें एमडी मेडिसिन व डीएम गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी डॉ विमल कुमार ने वर्ल्ड लिवर डे पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में कहीं. बुधवार को शहर के कई सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सगुना मोड़ स्थित अपने अस्पताल में मरीजों को जागरूक करते हुए डॉ विमल ने बताया कि लिवर के बचाव के लिए अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव करें. अगर पेट में दर्द व लिवर में सूजन हैं, तो डॉक्टर से मिलें.
लिवर के लिए खतरनाक है शराब : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ रवि कुमार रमन ने बताया कि लिवर हमारे शरीर का सबसे मुख्य अंग है.
लिवर पाचन में सहायक कई तरह के रस को बनाता है, साथ ही डी-टॉक्सी फिकेशन भी करता है, जो भी हम खाते हैं, वह हर चीज हमारे लिवर से होकर जाती है. डॉ रवि ने कहा कि हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराब बंद होने से 90 प्रतिशत लिवर के मरीज घट गये हैं. वहीं, डॉ प्रवीण ने कहा कि अगर त्वचा पर खुजली, पेशाब का गहरा पीला होना, मल का रंग गहरा होना, मल से खून आना, जल्दी थकान महसूस होना आदि बीमारी हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
पीएमसीएच में भी हुआ लिवर पर कार्यक्रम
इसी प्रकार पीएमसीएच के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग में भी लिवर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें डॉ विजय प्रकाश ने कहा कि जागरूकता कम होने के चलते लिवर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
पीएमसीएच के डॉ दीपक कुमार ने कहा कि अगर पीएमसीएच में लिवर के उपचार व ओपीडी के दिन में विस्तार किया जाये, तो अधिक-से-अधिक मरीजों को लाभ मिलेगा. मौके पर काफी संख्या में डॉक्टर मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version