दो बड़े अस्पतालों में टले 60 ऑपरेशन, कराह रहे मरीज

पटना : पटना सहित बिहार के सरकारी अस्पतालों में संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार से हड़ताल शुरू कर दी. नतीजन अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी. सबसे व्यापक असर पीएमसीएच व एनएमसीएच में देखने को मिला. खास कर ऑपरेशन थियेटर का काम बंद हो जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2017 5:21 AM
पटना : पटना सहित बिहार के सरकारी अस्पतालों में संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार से हड़ताल शुरू कर दी. नतीजन अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी. सबसे व्यापक असर पीएमसीएच व एनएमसीएच में देखने को मिला. खास कर ऑपरेशन थियेटर का काम बंद हो जाने के चलते दोनों अस्पतालों में 60 बड़े और छोटे ऑपरेशन नहीं हो पाये. इनमें पीएमसीएच में 29 और एनएमसीएच में 31 ऑपरेशन सहित कुल 60 ऑपरेशन टाल दिये गये. इसमें अधिकांश मेजर ऑपरेशन होने थे. इतना ही नहीं एक्स-रे, पैथोलॉजी जांच, अल्ट्रासाउंड आदि सभी तरह की जांच सुविधा भी ठप थी. सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन ठप होने के कारण निजी अस्पतालों में चांदी हो गयी. पीएमसीएच में दिन भर प्राइवेट नर्सिंग के कर्मचारियों का मजमा लगा रहा. वे मरीजों कोसंबंधित अस्पताल में तरह-तरह के प्रलोभन देते नजर आये. ऐसे में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
हड़ताल का असर ऑपरेशन, पैथोलॉजी, व एक्स-रे जांच पर पड़ी है. लेकिन, हमारे यहां जितने परमानेंट कर्मचारी कार्यरत हैं, उनसे अधिक-से-अधिक काम लिये गये. यही वजह है कि 10 मेजर ऑपरेशन भी किये गये. वहीं, समस्या का कोई समाधान निकलता है तो ठीक वरना, कोई-न-कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. ताकि, मरीजों को परेशानी नहीं हो.
डॉ एसएन सिन्हा, प्रिंसिपल, पीएमसीएच
पीएमसीएच : 39 की जगह मात्र 10 ऑपरेशन हुए
पीएमसीएच में हर रोज करीब 50 बड़े व छोटे ऑपरेशन होते हैं. लेकिन, एक सप्ताह पहले ही हड़ताल का एलान किये जाने को लेकर बुधवार को कटौती के बावजूद 39 ऑपरेशन किये जाने थे. बावजूद इनमें 10 बड़े ऑपरेशन ही किये गये. प्लास्टिक सर्जरी में 4, गायनी में 5 और सर्जरी विभाग में 12 छोटे ऑपरेशनों को मिला कर 39 किये जाने थे. इनमें सिर्फ गायनी विभाग में 5, सर्जरी में 3 व प्लास्टिक सर्जरी में 2 कुल 10 ऑपरेशन हुए.
एनएमसीएच : 31 आॅपरेशन टले, मरीजों को परेशानी
एनएमसीएच में बुधवार से पारा मेडिकल कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से 31 मरीजों के आॅपरेशन टल गये. बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के तहत बिहार राज्य अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मचारी संघर्ष समिति की ओर से पारा मेडिकल कर्मियों ने अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरना दिया. निश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार का कहना है कि सर्जरी, महिला व प्रसूति विभाग में बुधवार को 31 मरीजों का आॅपरेशन होना था, लेकिन टाल दिया गया.
स्थायी नौकरी नहीं तो आंदोलन रहेगा जारी : संघ
पीएमसीएच, एनएमसीएच सहित पटना के सभी सरकारी अस्पतालों में संविदा पर बहाल कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. चिकित्सा संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह व पीएमसीएच ओटी असिस्टेंट राजेश कुमार ने बताया कि सभी स्टाफ 10 वर्षोँ से संविदा पर काम कर रहे हैं. राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत व रिक्त पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के लिए चयन कमेटी का गठन भी हुआ था, लेकिन आज तक कर्मचारियों को परमानेंट नहीं किया गया. संघ के अमित मिश्रा ने बताया कि जब तक हमारी मांगों पर विचार नहीं होगा, हड़ताल जारी रहेगी.
एक नजर
मरीजों को क्या-क्या हुई परेशानी
परमानेंट बहाली को लेकर संविदा कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल, धरना जारी
पीएमसीएच में 39 में 10 मेजर ऑपरेशन हुए, बाकी टाल दिये गये
पीएमसीएच की सरकारी पैथोलॉजी जांच, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था ठप रही
डोयन में मरीजों का भीड़ अधिक हुई, 40 प्रतिशत मरीजों की हुई जांच
पूरे बिहार में 1500 संविदा कर्मचारी हैं हड़ताल पर
आइजीआइएमएस में ऑटोनोमस के चलते नहीं हुई हड़ताल
राजवंशी नगर और राजेंद्र नेत्रालय में नहीं टला एक भी ऑपरेशन

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