बिहार में 10 से 15 जून के बीच आयेगा मॉनसून
फुलवारीशरीफ : बिहार में इस बार दिसंबर माह से ही अलनीनो का असर लगातार कमजोर होता जा रहा है, जिससे इस बार माॅनसून में इस फैक्टर के कोई असर नहीं पड़ने की संभावना है.पिछले साल की तरह ही इस बार का माॅनसून भी पूरी तरह छाने की उम्मीद है, जिसके चलते पूरे राज्य में अच्छी […]
फुलवारीशरीफ : बिहार में इस बार दिसंबर माह से ही अलनीनो का असर लगातार कमजोर होता जा रहा है, जिससे इस बार माॅनसून में इस फैक्टर के कोई असर नहीं पड़ने की संभावना है.पिछले साल की तरह ही इस बार का माॅनसून भी पूरी तरह छाने की उम्मीद है, जिसके चलते पूरे राज्य में अच्छी बारिश होगी, जो किसानों के लिए अनुकूल साबित होगी. जून से लेकर सितंबर माह तक माॅनसून की स्थति की विस्तार से जानकारी देते हुए बुधवार को फुलवारीशरीफ स्थित मौसम विभाग में उप निदेशक वैज्ञानिक आनंद शंकर ने कहा कि अच्छी बारिश से किसानों को काफी राहत मिलेगी.
उन्होंने बताया कि पिछले साल 98 प्रतिशत बारिश हुई थी, जो अभी तक सिस्टम बना है उसके मुताबिक इस बार भी 96 प्रतिशत बारिश होने की पूरी संभावना है. 10 जून से 15 जून के बीच माॅनसून की पहली बारिश होगी. इसके अलावा माॅनसून के पिक आवर की बारिश जून के अंतिम सप्ताह से लेकर पूरे जुलाई और अगस्त माह के पहले सप्ताह तक होगी. उन्होंने कहा कि अलनीनो फैक्टर कमजोर पड़ता जा रहा है, जिसका कोई असर माॅनसून पर नहीं पड़ेगा. माॅनसून के उतर्राध में कम बारिश होने के बावजूद इतनी बारिश हो जायेगी जिससे कृषि कार्यों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि किसानों को अपने कृषि कार्यों के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि माॅनसून अपने सही समय पर आनेवाला है.
आज कहीं उमस, तो कहीं होगी हल्की बारिश
पटना : बिहार में बदले मौसम में कुछ जिलों में हल्की व ट्रेसलेस बारिश हुई है, लेकिन बुधवार की सुबह पूर्णिया में सबसे अधिक 20.7 एमएम बारिश रिकार्ड की गयी है. पूर्वी बिहार से ओड़िशा व दूसरी ओर बंगाल तक एक ट्रर्फ लाइन भी बनी हुई है, जो बिहार से गुजर रही है.इस कारण से गुरुवार को पटना का मौसम बदला रहेगा. मौसम विज्ञान केंद्र ने पटना में बारिश की आंशिक संभावना जतायी है. बुधवार को मौसम में बदलाव होने के बाद भी पटना के लोगों को गरमी से राहत नहीं मिली और यहां उमस से लोग दिन भर परेशान रहे.