पटना : पटना हाई कोर्ट में अपने चुनावी घोषणा पत्र में संपत्ति को कथित तौर पर छुपाने को लेकर राजद सुप्रीमो के दोनों पुत्र उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की गयी. हाई कोर्ट में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के दोनों पुत्रों के खिलाफ उक्त जनहित याचिका अधिवक्ता एमपी सांगर ने दायर करते हुए तेजस्वी और तेजप्रताप पर वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नामांकन के समय दायर हलफनामें में अपनी संपत्ति छुपाने का आरोप लगाते हुए उनकी सदन से सदस्यता समाप्त किए जाने की मांग की है.
पिछले बिहार विधान सभा चुनाव में तेजप्रताप और तेजस्वी वैशाली जिला के क्रमश: महुआ और राघोपुर से विजयी रहे थे. बिहार के प्रधान अपर महाधिवक्ता ललित किशोर ने बताया कि इस याचिका में दो मंत्रियों के खिलाफ जिस प्रकार से संपत्ति को लेकर आरोप लगाया गया है वह कानूनी तौर पर अयोग्य ठहराया जायेगा पर चूंकि इसमें राज्य सरकार को भी पार्टी बनाया गया है, मामले की सुनवाई होने पर हम अपनी बात रखेंगे.
उल्लेखनीय है कि बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के लालू प्रसाद के परिवार पर ‘बेनामी संपत्ति’ अर्जित करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लगातार इसकी जांच की मांग करते हुए अपने मंत्रिमंडल से तेजप्रताप और तेजस्वी को बर्खास्त किए जाने की हाल के दिनों में मांग करते रहे हैं.
यह भी पढ़ें-
लालू परिवार पर बड़ा आरोप, सुशील मोदी ने पूछे 17 सवाल