पटना :बिहारमें चर्चित मिट्टी भराई मामले में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि संजय गांधी जैविक उद्यान की मिट्टी खरीद में कोई घोटाला नहीं हुआ है. शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि जैविक उद्यान में नौ लाख की मिट्टी मंगवायी गयी है. उनके पास वन एवं पर्यावरण विभाग की रिपोर्ट मिल चुकी है. उन्होंने फाइल देख ली है. इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है. विभाग के स्तर पर सभी पहलुओं की जांच कर ली गयी है. मीडिया में जितनी बातें आ रही वह तथ्यहीन है. कहां से 90 लाख की बात आयी है.
यह पूछे जाने पर कि उद्यान में कहां से मिट्टी आयी है. उनका जवाब था कि इसकी जांच चल रही है कि मिट्टी कहां से आयी है. मालूम हो कि संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी खरीद घोटाले का भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा उठाया गया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद के परिवार द्वारा तैयार कराये जा रहे मॉल की मिट्टी बेचकर लाभ कमाया गया है. उद्यान की मिट्टी खरीद के लिए किसी प्रकार का टेंडर भी नहीं किया गया था.
लालू परिवार की दिल्ली में 115 करोड़ की संपत्ति : मोदी
पटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को फिर लालू परिवार पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि लालू परिवार की दिल्ली में 115 करोड़ की संपत्ति है. इससे संबंधित कागजात भी मोदी ने दिये. उन्होंने कहा कि अबतक उनके 1000 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हो चुका है. अभी आगे और होगा. मोदी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि वो चुप क्यों हैं. वे अपनी चुप्पी तोड़े और पूरे मामले की जांच करायें. मोदी शनिवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि डिलाइट मार्केडिंग, एके इंफोसिस्टम की तरह ही एक और कंपनी एबी एक्सपोर्ट प्रा. लि है. कंपनी के सारे शेयर होल्डिंग, डायरेक्टरशिप व करोड़ों की संपत्ति सहित पूरी कंपनी पर लालू परिवार ने कब्जा कर लिया. कंपनी को दिल्ली के पॉश इलाके में जमीन खरीदने के लिए मुंबई के पांच बड़े ज्वेलर्स अलका डायमंड इंडस्ट्रीज, रीयल गोल्ड ट्रेडिंग कंपनी, हेमा ट्रेडिंग कंपनी, लक्सेस इंफोटेक, यश वी ज्वेलस ने एक-एक करोड़ का कर्ज बिना किसी ब्याज का 2007-08 में दिया. लालू प्रसाद उस समय रेलमंत्री थे. उसी साल दिल्ली के न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में (डी1088) में 800 वर्ग जमीन मकान सहित 5 करोड़ में खरीदा गया.
आज इसपर 60 करोड़ मूल्य का मकान बनकर तैयार है, जमीन की भी कीमत 55 करोड़ हो गयी है. इस कंपनी के 98 फीसदी शेयर अब केवल तेजस्वी यादव के पास और 700 शेयर चंदा यादव के पास है. रागिनी लालू और चंदा यादव इस कंपनी की निदेशक है.
मोदी ने सवालिया लहजे में पूछा कि मुंबई के ज्वेलर्स व डायमंड व्यापारियों ने बना ब्याज का कर्जा एबी एक्सपोर्ट को क्यों दिया. कंपनी ने लालू परिवार को पांच करोड़ की संपत्ति सौंपने के लिए क्यों खरीदी. जब कंपनी ने कोई कारोबार ही नहीं किया तो मकान बनाने के लिए 60 करोड़ कहां से आया. आखिर एबी एक्सपोर्च ने अपने सारे शेयर और संपत्ति लाली परिवार को क्यों सौंप दी. प्रेमचंद गुप्ता और लालू परिवार की अधिकांश कंपनियों डी 1088 न्यू फ्रेंडस कॉलोनी के पते पर क्यों निबंधित हैं. मोदी ने कहा कि प्रेमचंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश कत्याल और अशोक कुमार बंथिया जैसे उद्योगपतियों ने क्यों अपनी कंपनी लालू परिवार को सौंप दी.
भाजपा अपनी नाकामियों को नहीं देखती : संजय
पटना. जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि भाजपा के नेता नकारात्मक बयान, नकारात्मक सोच और नकारात्मक राजनीति के पर्याय बन चुके हैं. भाजपा के नेता विधवा विलाप में माहिर हैं. अपनी नाकामियों को नहीं देखते हैं और दूसरे में ऐब निकालते हैं. असल बात है कि बिहार के नेताओं के पास ऐसे मुद्दे रह नहीं गये हैं. जिनके सहारे वो अपनी राजनीति को आगे बढ़ाये. बात-बात पर बिहार सरकार की खामियां निकालने वाले भाजपा के नेता मोदी को इस बात का अहसास तक नहीं कि उनके कारण पार्टी की हार हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की जनता से जो कहा है वो निश्चित ही किया है. नीतीश कुमार ने जो नहीं भी कहा है वो भी बिहार के विकास के लिए करते रहे हैं.
केंद्र सरकार अपने तीन साल के शासन काल में अपनी रणनीतियों में फेल हो गयी है. सिर्फ भाषण के बल पर भाजपा सत्ता में रहना चाहती है. विकास के मुद्दे से सबको भटका कर रखना चाहती है. संजय सिंह ने कि भाजपा नीतीश कुमार के देशव्यापी अभियान से डर गये हैं. वो इस बात से परेशान हो रहे हैं कि दिन पर दिन नीतीश कुमार की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है.
नीतीश कुमार की देश में बढ़ती लोकप्रियता और देश भर में आम लोगों के तरफ से नीतीश कुमार का स्वागत देखकर भाजपा के नेता पगला गये हैं. नीतीश कुमार की छोटी सभा भी भाजपा नेताओं की रैली से बड़ी होती है. ऐसे में भाजपा के लोग इस लोकप्रियता को घटाने के लिए तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं.नीतीश कुमार अपने देशव्यापी अभियान में सबको पिछे छोड़ते हुए आगे निकल रहे हैं और यही भाजपा के नेताओं को बर्दास्त नहीं हो रहा है.