शराबबंदी के बाद बढ़ी पर्यटकों की संख्या : सीएम
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी का कुप्रचार किया जाता रहा है. शराबबंदी को लेकर कहा जाता है कि पर्यटक राज्य में नहीं आयेंगे, जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है. विधानमंडल के विशेष सत्र के बाद अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शराबबंदी के […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी का कुप्रचार किया जाता रहा है. शराबबंदी को लेकर कहा जाता है कि पर्यटक राज्य में नहीं आयेंगे, जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है. विधानमंडल के विशेष सत्र के बाद अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद बिहार में 68% घरेलू पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. इसी तरह से विदेशी पर्यटकों में 9% की वृद्धि हुई है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2015 के कैलेंडर वर्ष में राज्य में घरेलू पर्यटकों की संख्या 1.69 करोड़ थी, जो कैलेंडर वर्ष 2016 में बढ़ कर 2.85 करोड़ हो गयी है. इसी तरह से विदेशी पर्यटकों की संख्या 2015 में 9.23 लाख थी, जो वर्ष 2016 में बढ़ कर 10.10 लाख हो गयी है. मालूम हो कि पांच अप्रैल, 2016 को राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की गयी थी. उन्होंने बताया कि बिहार में कोई भी पर्यटक आता है, तो उसका विशेष मकसद होता है.
यहां शराब पीने के मकसद से कोई नहीं आता है. शराबबंदी के कारण राज्य की आमदनी में कमी का तर्क भी निराधार है. राज्य की आमदनी में मामूली अंतर आया है. उसमें नोटबंदी का असर भी शामिल है. शराब से पांच हजार करोड़ का राजस्व आता था, जबकि शराब को बंद करने से सरकार की आमदनी पर मामूली असर पड़ा है.
पटना. मोतिहारी में चीनी मिल के मजदूर के जल कर मरने की घटना की जांच एसआइटी करेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को इसकी घोषणा की. इस मामले को लेकर मोतिहारी के विधायक प्रमोद कुमार विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री के कक्ष में मिले. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा कि इसकी जांच एसआइटी करेगी. इस मामले में चाहे जो भी दोषी पाये जायेंगे, उन पर कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि चीनी मजदूर ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की गयी, इसकी जांच पुलिस कर रही है. जो प्रारंभिक सूचना मिल रही है, उसे आत्मदाह कैसे कहा जा सकता है. इस पूरे मामले की जांच एसआइटी करेगी.