गरमी में कैसे बुझेगी राहगीरों की प्यास
बड़ा मुद्दा. 16 लाख की जनसंख्या में 14 प्याऊ पटना : गरमी के दिनों में पानी की समस्या हर बार शहर के लोगों को झेलनी पड़ती है. चाहे नगर निगम की ओर से पानी सप्लाइ का की बात हो या राहगीरों के प्यास बुझने की बात. दोनों मामले में निगम की व्यवस्था बेहद खराब है. […]
बड़ा मुद्दा. 16 लाख की जनसंख्या में 14 प्याऊ
पटना : गरमी के दिनों में पानी की समस्या हर बार शहर के लोगों को झेलनी पड़ती है. चाहे नगर निगम की ओर से पानी सप्लाइ का की बात हो या राहगीरों के प्यास बुझने की बात. दोनों मामले में निगम की व्यवस्था बेहद खराब है. बीते छह सात वर्षों से नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति हो या निगम बोर्ड की बैठक प्याऊ का मुद्दा न जाने कई बार उठाया गया हो, मगर निगम इस व्यवस्था को आज तक मुकम्मल नहीं कर पाया.
बीते वर्ष प्रकाश पर्व के दौरान सरकार की ओर से दबाव व राशि का आवंटन होने के पर पटना सिटी व अन्य क्षेत्र में 14 प्याऊ का निर्माण व मरम्मत का तैयार किया गया है, जो इस बार गरमी में लोगों को राहत देने का काम करेगी. मगर बड़ा सवाल यह है कि 16 लाख से अधिक जनसंख्या वाले इस शहर में मात्र 14 प्याऊ होना काफी छोटी व कम व्यवस्था वाली बात है. जो नगर निगम की व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल है.
आलमगंज, गाय घाट पुल के नीचे, नवाब बहादुर रोड, शिकारपुर चौक, बाल लीला के सामने, बाल लीला पोस्ट ऑफिस के पास, मनोज कमालिया स्टेडियम, एनआइटी मोड़, पीएमसीएच के पास, अंजुम इस्लामिया हॉल, गांधी मैदान ऑटो स्टैंड के पास, आइजीआइएमएस, इनकम टैक्स, महावीर मंदिर के पास. गौरतलब है कि एक प्याऊ बनाने में लगभग दो लाख रुपये की लागत लगी थी.
दो बार बैठक की
फिर भी अभी तक नहीं लगा वाटर कूलर
जिन 14 प्याऊ को नगर निगम की ओर से तैयार किया गया है, अब उसमें पानी को ठंडा करने के लिए वाटर कूलर लगाना है. नगर निगम की लगातार दो बैठकों में इस पर निर्णय लिया जा चुका है. बावजूद इसके गरमी का महीना अप्रैल बीतने को है, मगर नगर निगम की अोर से अभी तक वाटर कूलर नहीं लगाया गया.