20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

#BIHAR : CM नीतीश की सुरक्षा को लेकर शहीदों के शव काफिले को रोके जाने से विवाद गहराया

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक कार्यक्रम में भाग लेने के क्रम में उनकी सुरक्षा कारणों को लेकर पटना हवाई अड्डा से निकल रहे छत्तीसगढ में नक्सल हमले में शहीद हुए सीआीपीएफ जवानों के शव काफिले को रोके जाने को मीडिया में उजागर किए जाने पर भाजपा इसकी निंदा की है. टीवी चैनलों ने […]

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक कार्यक्रम में भाग लेने के क्रम में उनकी सुरक्षा कारणों को लेकर पटना हवाई अड्डा से निकल रहे छत्तीसगढ में नक्सल हमले में शहीद हुए सीआीपीएफ जवानों के शव काफिले को रोके जाने को मीडिया में उजागर किए जाने पर भाजपा इसकी निंदा की है.

टीवी चैनलों ने फुटेज दिखाया है कि शहीद जवानों के शव के काफिले के कल देर शाम पटना हवाई अड्डे से निकलने के समय हवाई अड्डे के निकासी गेट के समीप रोका गया, क्योंकि मुख्यमंत्री बिहार सड़क विकास निगम के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उसी रास्ते से जाने वाले थे. इस घटनाक्रम की विपक्षी दल भाजपा ने निंदा की है.

शहीदों का शव पटना हवाई अड्डा लाए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित उनके मंत्रिमंडल के किसी भी सदस्य के नहीं पहुंचने और मुख्यमंत्री के काफिले का रास्ता बनाने के लिए शहीदों के शव का वाहन रोकेन जाने के मामले में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने इसे दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री को संवेदनशीलता बरतनी चाहिए थी.

बिहार विधानसभा परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने इसको लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वे शहीदों के शव से कुछ दूरी पर अतिथि कक्ष में बैठे रहे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने नहीं गए. उन्होंने कहा कि इससे बिहार की छवि धूमिल हुई है इसलिए मुख्यमंत्री को शहीदों के परिजनों और देश की जनता से क्षमा याचना करनी चाहिए. भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता विनोद नारायण झा ने भी ऐसी ही राय प्रकट की है.

वहीं, पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने किसी भी शहीद के काफिले को रोके जाने की बात से इनकार करते हुए आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इसकी जांच कराने पर उन्हें बताया कि विशेष एस्कोर्ट पायलट के साथ जा रहे उक्त काफिले को नहीं रोका गया था. मनु महाराज से मीडिया में आयी तस्वीरों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्होंने उसे नहीं देखा है.

सुकमा नक्सली हमला : शहीद अभय के परिजनों ने सरकारी मदद लेने से किया इंकार

इस बाबत राजद प्रमुख लालू प्रसाद से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक संवेदनशील व्यक्ति हैं. उन्हें शहीदों के शव के गुजरने के बारे में जानकारी नहीं रही होगी.

जदयू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने भाजपा पर प्रहार करते हुए उसपर राजनीति लाभ उठाने के लिए बेवजह विवाद उत्पन्न करने का आरोप लगाया. रजक जो कि छत्तीसगढ नक्सली हमले में शहीद हुए बिहार निवासी सीआरपीएफ के छह जवान जिनका शव पटना पहुंचने पर हवाई अड्डे पर मौजूद थे, कहा कि किसी नहीं पता कि नीतीश कुमार ऐसी बातों को लेकर कितने संवेदनशील रहा करते हैं. भाजपा झूठी कहानियां गढ कर तुच्छ लाभ उठाना चाहती है.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छत्तीसगढ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सली हमले जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों की शहादत पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इस हमले में बिहार के शहीद 6 जवानों के निकटतम आश्रितों को राज्य सरकार की और से पांच-पांच लाख रुपये अनुग्रह राशि के तौर पर दिये जाने तथा शहीदों का अंतिम संस्कार राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ किये जाने की कल घोषणा की थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें