बिहार परचा लीक आयोग : एलआइसी सहायक व ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालक धराये

पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआइटी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालित करने वाले पाटलिपुत्रा डिजिटल के मालिक राजीव रंजन और एलआइसी सहायक दिनेश आजाद शामिल हैं. ये लोग छात्रों को सेटिंग करके लाते थे और बरार से मिलकर ओएमआर शीट में हेरफेर करा देते थे. इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2017 6:15 AM
पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआइटी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालित करने वाले पाटलिपुत्रा डिजिटल के मालिक राजीव रंजन और एलआइसी सहायक दिनेश आजाद शामिल हैं.
ये लोग छात्रों को सेटिंग करके लाते थे और बरार से मिलकर ओएमआर शीट में हेरफेर करा देते थे. इन लोगों तक पहुंचने में मोबाइल फोन का सीडीआर काम आया है. अनंतप्रीत सिंह बरार, डाटा इंट्री ऑपरेटर अविनाश, नीति प्रताप और गिरफ्तार किये गये राजीव रंजन की आपस में बात होती थी. बीएसएससी का पेपर लीक होने के बाद इनके मोबाइल फोने से भी कई लोगों को पेपर भेजा गया है.
एसआइटी ने एफएसएल से कुछ तकनीकी रिपोर्ट मिलने के बाद दोनों को दबोचा है. राजीव रंजन पुनपुन का रहने वाला है. यह परसा बाजार में पाटलिपुत्रा डिजिटल के नाम से ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालित करता है. इसका कनेक्शन बेऊर में मौजूद रामेश्वर, डाटा इंट्री आपॅरेटर अविनाश, नीति प्रताप और आनंतप्रीत बरार से है.
छात्रों को परीक्षा पास कराने का दावा करके राजीव रंजन पैसा वसूलता था इसके बाद अविनाश और बरार से बात करके ओएमआर सीट में हेरफेर करा देता था. कभी-कभी नीति प्रताप के माध्यम से भी बरार तक पहुंचता था. एसआइटी को इन लोगों के अापस में बात करने की पुष्टि हुई है. राजीव रंजन के पास से कुछ छात्रों के पास से बीएसएससी का एडमिड कार्ड भी बरामद हुआ है. परसा बाजार का रहने वाला दिनेश आजाद एलआइसी में सहायक है. वह एक्जिबीशन रोड शाखा में तैनात है. वह एवीएन स्कूल के संचालक रामाशीष, लोको पायलट आलोक रंजन से जुड़ा था. वह बीएसएससी का कैंडिडेट लाता था.
छह लाख रुपये में सौदा तय होता था. एसआइटी के मुताबिक इसमें एक लाख रुपये दिनेश आजाद को मिलता था, बाकी पैसा आलोक रंजन और रामाशीष लेता था. दिनेश की लगातार दोनों लोगों से बात होती थी. गिरफ्तारी के बाद दोनों ने आरोप कबूल किया है. दोनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.बीएसएससी मामले में सुधीर कुमार, परमेश्वर राम, बरार समेत अन्य लोगों से जुड़े लोगों को एसआइटी बारी-बारी से उठा रही है.
अभी कुछ और लोग उठाये जाने हैं. मोबाइल फोन के सीडीआर से सबूत मिलने के बाद भी एसआइटी पहले इन लोगाें पर नजर रख रही है और पूरी तहकीकात करने के बाद गिरफ्तारी कर रही है. एेसे और लोग हैं जो एसआइटी की हिट लिस्ट में हैं. बहुत जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.

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