पटना : छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में मारे गये बिहार के छह शहीदों के अंतिम संस्कार और उनके परिवार वालों से बिहार सरकार के मंत्रियों के नहीं मिलने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. बुधवार को बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव के साथ पूर्व विधायक भाई दिनेश ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े किये थे. रामकृपाल यादव ने इसे लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था, वहीं, दूसरी ओर इस मामले पर भाई दिनेश ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शहीद के परिजनों से जाकर मिलना चाहिए था. भाई दिनेश ने शहीद के परिजनों को 25-25 लाख रुपये चेक देने की मांग की.
वहीं अब इस मामले में बिहार सरकार के एक मंत्री द्वारा बेतुका बयान देने के बाद मामला और बिगड़ गया है. बिहार सरकार में वाणिज्य कर और ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि मंत्रियों को शहीदों के घर जाने की कोई नीति नहीं है. विजेंद्र प्रसाद के इस बयान के बाद सूबे में सियासी तूफान आ गया है. मंत्री के इस बयान की खूब आलोचना हो रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विजेंद्र प्रसाद यादव यह बयान देकर फंस गये हैं. वहीं दूसरी ओर इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस मामले की मुझे कोई जानकारी नहीं है.
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