मूल्यांकन के साथ रिजल्ट की तैयारी
इंटर के फ्लाइंग स्लिप और 40 अंकवाले ओएमआर शीट की स्कैनिंग खत्म पटना : इंटर-मैट्रिक का मूल्यांकन अंतिम दौर में है. मूल्यांकन के साथ रिजल्ट की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है. बार कोडिंग के फ्लाइंग स्लिप की स्कैनिंग की गयी है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मानें, तो 80 लाख फ्लाइंग स्लिप की […]
इंटर के फ्लाइंग स्लिप और 40 अंकवाले ओएमआर शीट की स्कैनिंग खत्म
पटना : इंटर-मैट्रिक का मूल्यांकन अंतिम दौर में है. मूल्यांकन के साथ रिजल्ट की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है. बार कोडिंग के फ्लाइंग स्लिप की स्कैनिंग की गयी है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मानें, तो 80 लाख फ्लाइंग स्लिप की स्कैनिंग की गयी है. वहीं साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के 40 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के आंसर ओएमआर शीट की भी स्कैनिंग का काम पूरा हो चुका है.
अब थ्योरी पेपर की स्कैनिंग का काम शुरू किया गया है. समिति की मानें, तो जिन मूल्यांकन केंद्रों पर जिस विषय का मूल्यांकन समाप्त हो गया है, उसकी उत्तर पुस्तिकाओं के ओएमआर शीट की स्कैनिंग शुरू की गयी है. समिति सूत्रों की मानें, तो स्कैनिंग में 10 दिनों का समय लगेगा.
स्कैनिंग के बाद पकड़ में आयेगी मूल्यांकन की गलती : इस बार थ्योरी पेपर के अंक को शिक्षकों से ओएमआर पर भरवाया गया है. पहली बार होने की वजह से कई शिक्षकों ने ओएमआर शीट भरने में गलती कर दी है.
गलत तरीके से भरे हुए ओएमआर शीट की स्कैनिंग हो पायेगी या नहीं, इसका पता स्कैन के समय ही चलेगा. स्कैन नहीं होनेवाले ओएमआर शीट को अलग रखा जायेगा. बाद में उसका मिलान उत्तर पुस्तिकाओं में दिये गये अंकों से किया जायेगा. रिजल्ट में पेंडिंग केस कम-से-कम हो, इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तैयारी कर रखी है. जिन ओएमआर शीटों को शिक्षकों ने गलत भरा है, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन केंद्र से लाके और उसे सही करने के लिए समिति ने कई लोगों की टीम बनायी है. इस टीम को अभी से इसकी जिम्मेवारी दी गयी है.
मैट्रिक की भी तैयारी साथ में : इंटर के साथ मैट्रिक रिजल्ट की भी तैयारी समिति ने शुरू कर दी है. मैट्रिक का मूल्यांकन 30 अप्रैल तक समाप्त होना है. लेकिन इस बीच मैट्रिक के फ्लाइंग सीट की स्कैनिंग का काम किया जा रहा है. इस बार मैट्रिक में 17 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए हैं.