चुनावी गपशप : वोट मांगने से डर नहीं लगता साहब! कुत्तों से लगता है

पालतू कुत्तों से प्रत्याशियों की पेशानी पर पड़े बल पटना : वोट मांगने से डर नहीं लगता साहब! कुत्तों से लगता है. ये डॉयलॉग अाजकल पॉश इलाके के प्रत्याशी बोलते फिर रहे हैं. चुनावी समर में पॉश इलाकों में चुनाव प्रचार करना किसी चुनौती से कम नहीं है. ये पालतू लेकिन खूंखार कुत्ते ऐसे हैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2017 6:45 AM
पालतू कुत्तों से प्रत्याशियों की पेशानी पर पड़े बल
पटना : वोट मांगने से डर नहीं लगता साहब! कुत्तों से लगता है. ये डॉयलॉग अाजकल पॉश इलाके के प्रत्याशी बोलते फिर रहे हैं. चुनावी समर में पॉश इलाकों में चुनाव प्रचार करना किसी चुनौती से कम नहीं है.
ये पालतू लेकिन खूंखार कुत्ते ऐसे हैं जो जब भी जाइए भौंकने लगते हैं, उछलते कूदते हैं और कभी-कभी फांद जाते हैं. ये इलाका बोरिंग रोड से लेकर पाटलिपुत्र व बेली रोड से लेकर आशियाना तक है. यहां के सभी घरों की पहचान ही घरों पर नेम प्लेट के साथ लगने वाला कुत्तों से सावधान रहने का बोर्ड है. यहां प्रत्याशियों के लिए चुनौतियां कई स्तर पर हैं.
यहां आदमी से ज्यादा तो कुत्ते हैं
पॉश इलाकों के घरों में पहले तो
आदमी बहुत कम मिलते हैं. सुबह
जायें तो जिम चले जाते हैं और दिन में दस बजे ऑफिस. शाम में पांच बजे के बाद व्यस्त रहते हैं और रात में आउटिंग पर. इस कारण घर ज्यादातर खाली रहते हैं और जब प्रत्याशी यहां पहुंचते हैं तो लोग मिलते नहीं है.
जैसे ही हाथ जोड़ते हुए प्रत्याशी वोट मांगने के लिए पहुंचते हैं तो उनका स्वागत यही कुत्ते पहले करते है. ये खूंखार पालतू कुत्ते कभी भौंक कर तो कभी डरा कर प्रत्याशियों को परेशान करते हैं. घरों की घंटी बजने पर यदि मकान मालिक आ जायें तो उनका साैभाग्य हो जाता है. यदि नहीं आये तो मन मसाेस कर आगे बढ़ जाते हैं.

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