माता सीता के स्मरण मात्र से मिलती है शांति
पटना सिटी : मां सीता के नाम स्मरण मात्र से क्लेश दूर हो जीवन में शांति व समृद्धि प्राप्त होती है. भगवती सीता जयंती जानकी नवमी पर गुरुवार को बक्शी मोहल्ला स्थित सीता मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के अंतिम दिन प्रवचन में वक्ताओं ने यह बात कही . वक्ताओं ने कहा कि माता […]
पटना सिटी : मां सीता के नाम स्मरण मात्र से क्लेश दूर हो जीवन में शांति व समृद्धि प्राप्त होती है. भगवती सीता जयंती जानकी नवमी पर गुरुवार को बक्शी मोहल्ला स्थित सीता मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के अंतिम दिन प्रवचन में वक्ताओं ने यह बात कही . वक्ताओं ने कहा कि माता सीता जैसी शीतलता, मधुरता व पवित्रता ही गंगा के प्रवाह का सार है.मधुरिमा अमृत सर्वस्व है़ वैसे ही श्री राघवेंद्र की माधुर्य अधिष्ठात्री महालक्ष्मी ही माता सीता हैं. महायज्ञ का अनुष्ठान काशी के आचार्य पंडित नित्यानंद त्रिपाठी के व्यासत्व में संपन्न हुआ.जानकी नवमी के दिन पाठ के समापन के बाद ध्वजारोहन, हवन व कन्या पूजन के साथ भंडारा व अन्य धार्मिक अनुष्ठान हुए. इसके बाद मंडलियों ने भजन-कीर्तन किया.
शुक्रवार को विजर्सन शोभायात्रा निकाली जायेगी. इधर सीता नवमी के मौके पर मंदिरों में भी धार्मिक आयोजन किये गये है.
जिसमें पूजा-अर्चना के साथ भजन कीर्तन व धार्मिक आयोजन हुए. आयोजन को ले अध्यक्ष महावीर प्रसाद सर्राफ, हरीश कुमार तिवारी, संतोष गोलवारा, ज्ञानेश तिवारी व नितेश कुमार तिवारी, दुर्गा कुमार ओंडवार, पूरन कुमार, नंदकिशोर सिंह, शशि शंकर सिन्हा, श्याम शंकर शर्मा, अनिल झा, सरयू प्रसाद सिन्हा व प्रभात बहादुर माथुर समेत अन्य सक्रिय है.