60 अफसर व 100 जवानों की टीम करेगी छापेमारी
पटना : शराब पीने और इसकी सप्लाइ करने वालों की अब खैर नहीं है. पटना पुलिस अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. चार स्पेशल टीम का गठन किया गया है, जो जिले के थानों के समानांतर काम करेगी. इसमें एएसआइ और एसआइ मिलाकर 60 अफसर व महिला-पुरुष मिलाकर कुल 100 कांस्टेबल टीम में शामिल […]
पटना : शराब पीने और इसकी सप्लाइ करने वालों की अब खैर नहीं है. पटना पुलिस अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. चार स्पेशल टीम का गठन किया गया है, जो जिले के थानों के समानांतर काम करेगी. इसमें एएसआइ और एसआइ मिलाकर 60 अफसर व महिला-पुरुष मिलाकर कुल 100 कांस्टेबल टीम में शामिल किये गये हैं.
यह टीम गलियों से लेकर राजधानी के बड़े होटलों के कमरों तक धमकेगी. स्पेशल टीम का नोडल पदाधिकारी एएसपी राकेश दूबे को बनाया गया है. टीम अपने सोर्स से सूचना प्राप्त करेगी और पूरे दल-बल के साथ छापेमारी करेगी. इस कार्रवाई में थाने की भी जवाबदेही तय की गयी है. थाने को बिना बताये छापेमारी होगी. फिर थानेदार से जवाब तलब किया जायेगा कि आखिर थाने को सूचना क्यों नहीं मिली. साठगांठ की जांच होगी और फिर थानेदार से उनके क्षेत्र में शराब नहीं बिकने का सर्टिफिकेट लिया जायेगा.
छह हजार भेजे गये जेल, करीब 100 लोगों को छोड़ कर बाकी सब आ गये बाहर : शराबबंदी के बाद पटना जिले में करीब छह हजार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और जेल भेजा.
लेकिन पुलिस के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक करीब 100 लोग ही जेल में हैं. बाकी सबको जमानत मिल गयी है. यह स्थिति चौंकाने वाली है. इससे साफ है कि शराब को लेकर होने वाली कार्रवाई में लापरवाही हो रही है. शराब वसूली का जरिया बन गया है. थाना स्तर से शराब बरामदगी के बाद चार्जशीट में कुछ न कुछ कमजोर कड़ी जरूर छोड़ दी जा रही है, जिससे कोर्ट में आरोपित के लिए रास्ता मिल जा रहा है. इससे शराब मामले की जांच करने वाले आइओ भी सवालों के घेरे में आ गये हैं.
स्पेशल टीम पांच तरह से करेगी कार्रवाई
1. सबसे पहले स्पेशल टीम अपनी सूचना पर छापेमारी करेगी. अगर थाने के पास कहीं पर शराब पार्टी होने की सूचना है और फोर्स की कमी के चलते छापेमारी में असुविधा हो रही है, तो थानेदार की डिमांड पर स्पेशल टीम भेजी जायेगी.
2. गठित टीम में से एक टीम शराब के पुराने केस की समीक्षा करेगी. कहां छापेमारी हुई, कितनी शराब बरामद हुई थी, शराब कहां है, कितने लोग गिरफ्तार हुए, किनको जमानत मिल गयी है, केस की तत्कालीन स्थिति की समीक्षा की जायेगी. वांछित अारोपितों को गिरफ्तार किया जायेगा.
3. शराबबंदी के बाद जिन लोगों ने शराब को धंधा बना लिया है और होम डिलिवरी कर रहे हैं या करा रहे हैं उन पर विशेष नजर रखी जायेगी. स्पेशल टीम अगर सही सूचना मिली तो सीधे घर में ही छापेमारी करेगी. मतलब की घर में चुपके से चलने वाली शराब पार्टी मुसीबत में डाल सकती है.
4. स्पेशल टीम की इस मुहिम से लोग जुड़ें, इसके लिए रिवार्ड देने की बात कही जा रही है. जो लोग सूचना देंगे उनका नाम गोपनीय रखा जायेगा और स्पेशल टीम उन्हें पुरस्कृत करेगी.
5- स्पेशल टीम रात में सड़कों पर चेकिंग करेगी. इस दौरान टीम के पास ब्रेथ एनालाइजर होगा, आम हो या खास सबके साथ एक जैसा व्यवहार होगा.