शराबियों को कैसे मिल रही जमानत, करेंगे मंथन
पटना : सरकारी आंकड़े के मुताबिक शराब बंदी के बाद पटना जिले में करीब छह हजार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन इसमें अधिकांश लोगों को कोर्ट से जमानत मिल गयी. करीब 100 आरोपित हैं, जिन्हें जमानत नहीं मिली है. यह आंकड़ा स्पेशल टीम के गठन से पहले का है. लेकिन अब जब […]
पटना : सरकारी आंकड़े के मुताबिक शराब बंदी के बाद पटना जिले में करीब छह हजार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन इसमें अधिकांश लोगों को कोर्ट से जमानत मिल गयी. करीब 100 आरोपित हैं, जिन्हें जमानत नहीं मिली है. यह आंकड़ा स्पेशल टीम के गठन से पहले का है.
लेकिन अब जब सरकार ने एक बार फिर सख्ती दिखायी है तो अधिकारियों के पसीने छूटने लगे हैं. गुरुवार को शराब की धर-पकड़ के लिए गठित की गयी स्पेशल टीम के साथ डीएम व एसएसपी की बैठक में यह मुद्दा छाया रहा. डीएम ने इस पर एसएसपी से समीक्षा करने को कहा है. पहले के केस में यह देखा जायेगा कि किन कमियों के चलते आरोपितों को जमानत मिल रही है. पुराने केस की समीक्षा की जायेगी.
ट्रेन, ट्रांसपोर्टिंग से पहुंच रही शराब : बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गयी कि शराब बरामदगी और गिरफ्तारी लगातार की जा रही है, लेकिन आंकड़े घटने का नाम नहीं ले रहे हैं.
राजधानी में दूसरे राज्यों से धड़ल्ले से शराब लायी जा रही है. इसके लिए शराब तस्कर ट्रेन और अन्य ट्रांसपोर्ट्रिंग के जरिये शराब ला रहे हैं. शराब की बड़ी खेप बड़ी गाड़ियों से लायी जा रही है. सूत्रों की मानें तो ट्रांसपोर्ट नगर, फुलवारी, बिहटा, फतुहा में शराब को स्टोर किया जा रहा है. इसके बाद बाइक व कार से होम डिलिवरी की जा रही है.
पटना : शराब के मामले में अगर पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आती है, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. प्रतिदिन शराब के खिलाफ होनेवाली कार्रवाई से आइजी कार्यालय को अवगत कराया जाये. यह निर्देश जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खां ने तमाम एसपी को दिया है. आइजी ने चेकिंग को और तेज करने व शराब माफियाओं की गिरफ्तारी का निर्देश दिया है. शराब के मामले में पकड़े जाने वाले लोगों के संबंध में कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए, ताकि उन्हें जमानत नहीं मिल सके.