नीट पेपर लीक की साजिश : बाप बीएसएससी, तो बेटा नीट में साजिश का खिलाड़ी

पटना : नीट पेपर लीक साजिश मामले में पटना पुलिस को अहम राज हाथ लगे हैं. ये वो राज हैं, जिससे बीएसएससी पेपर लीक मामला और नीट पेपर लीक की साजिश के कनेक्शन जुड़ते दिख रहे हैं. जी हां! पुलिस ने पटना मेडिकल कॉलेज के जिस छात्र शिव कुमार को गिरफ्तार किया है, वह संजीव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2017 6:36 AM
पटना : नीट पेपर लीक साजिश मामले में पटना पुलिस को अहम राज हाथ लगे हैं. ये वो राज हैं, जिससे बीएसएससी पेपर लीक मामला और नीट पेपर लीक की साजिश के कनेक्शन जुड़ते दिख रहे हैं. जी हां! पुलिस ने पटना मेडिकल कॉलेज के जिस छात्र शिव कुमार को गिरफ्तार किया है, वह संजीव कुमार उर्फ गुरु का बेटा है. बीएसएससी मामले के मास्टरमांइड संजीव गुरु की तलाश अब पूरी नहीं हुई है, तब तक उसके बेटे शिव कुमार को नीट पेपर के लीक साजिश में पकड़ लिया गया है.
चौंकाने वाली बात है कि गिरफ्तारी के बाद भी शिव कुमार पूछताछ में पुलिस को गुमराह करने में सफल रहा. उसने शेखपुरा के कोचिंग संचालक ललित विजय उर्फ चंदन का नाम लेकर पुलिस के अनुसंधान की दिशा को बदलने की चाल चली, लेकिन आखिरकार भंडा फूट ही गया. पुलिस ने जब चंदन के हिरासत में लेकर दो दिनों तक पूछताछ की, तो शिव कुमार की असलियत पुलिस के सामने आ गयी है. अब पुलिस ने चंदन को छोड़ दिया है और शिव कुमार को रिमांड पर लेने की तैयारी में है. वहीं, बीएसएससी पेपर लीक के वांछित संजीव कुमार उर्फ गुरु की तलाश एक बार तेज हो गयी है.
संजीव गुरु की राह चल पड़ा है बेटा : प्रभात खबर के नौ मई के अंक में यह साफ किया गया था शिवकुमार को विरासत में सेटिंग का खेल मिला है. अब पटना पुलिस को खास जानकारी मिलने के बाद यह साफ हो गया है कि संजीव कुमार उर्फ गुरु जिस तरह से प्रतियोगी परीक्षाअों में सेटिंग के लिए चर्चित रहा है, उसी राह पर अब उसका बेटा शिव कुमार भी चल पड़ा है. नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र के शहापुर बलवा के रहनेवाले शिव कुमार की गिरफ्तारी के बाद अगर पुलिस उसके पिता गुरु को पकड़ने में सफल हाेती है, तो काफी कुछ सामने आ जायेगा. कुछ और परीक्षाओं के सेटिंग का खेल सामने आयेगा.
पुलिस शिव कुमार को मान रही है मास्टरमाइंड : जिस तरह से बीएसएससी में पिता ने पेपर लीक कराने की कमान संभाली थी, उसी तरह से नीट में यह काम शिव कुमार कर रहा था. उसने कुछ कोचिंग संचालकों को सेट करके यह साजिश रची थी. उसकी प्लानिंग के मुताबिक अगर पेपर का फोटो खींच लिया गया होता, तो परीक्षा से पहले वाट्सएप पर प्रश्नपत्र वायरल हो जाते. हालांकि, पटना पुलिस यह मान रही है कि बिहार में नीट का पेपर लीक नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से कुछ वायस रेकाॅर्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, उससे तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं.
पुलिस सूत्रों की मानें, तो गिरफ्तारी के दौरान एक कागज मिला था, जिस पर कुछ कोडवर्ड लिखे थे, उसे सीबीएसइ के अधिकारियों से शेयर किया गया है. इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पायेगा कि उस कागज पर पेपर से जुड़े कोड थे या कुछ और है. फिलहाल पुलिस की पड़ताल जारी है.
तीन स्तर पर हुई थी नीट एग्जाम की सेटिंग
पटना. नीट एग्जाम का प्रश्नपत्र परीक्षा के दो घंटे पहले नहीं, बल्कि एक दिन पहले ही आउट हो गया था. इसके लिए कई अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र मुहैया भी कराये गये थे. जिन अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र और उसके उत्तर मुहैया कराये गये, उनसे 22 लाख रुपये लिये गये थे.
परीक्षा के एक दिन पहले रात में ही ऐसे अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र मिल गया था.
होटल में सेटर के संरक्षण में रहे थे ये अभ्यर्थी : जिन अभ्यर्थियों को रात में प्रश्नपत्र और उनके उत्तर मुहैया कराये गये थे, उन अभ्यर्थियों को सेटर ने 19 घंटे तक अपने साथ रखा था.
जिस शहर में अभ्यर्थी का परीक्षा केंद्र था, उस शहर में एक दिन पहले उसे ले जाया गया और होटल में रखा गया. परीक्षा के एक दिन पहले शाम छह बजे प्रश्नपत्र दिया गया. उसके बाद सेटर की ओर से शिक्षक ने अभ्यर्थी को पूरी रात पढ़ाई करायी और उत्तर समझाया. इसके बाद सुबह 9.25 बजे केंद्र पर ले जाया गया.
तीन तरह से हुई थी सेटिंग : इस बार नीट एग्जाम में तीन तरह से नकल के लिए सेटिंग की गयी थी. पहली सेटिंग उन अभ्यर्थियों से की गयी थी, जिन्हें एक दिन पहले रात में प्रश्नपत्र दिये गये थे. दूसरी सेटिंग परीक्षा के आधा से एक घंटा पहले प्रश्नपत्र और उसके उत्तर दिये गये थे. तीसरी सेटिंग उन अभ्यर्थियों के साथ हुई, जिन्हें केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं हुई.
पटना. नीट प्रश्न पत्र मामले में पकड़े गये क्राइस्ट चर्च स्कूल के केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दुबे, पीएमसीएच के छात्र शिवकुमार, एनएमसीएच के छात्र शिवम मंडल और लॉ के छात्र अविनाश रौशन को रिमांड पर लेने के लिए पटना पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दिया है.
यहां से इजाजत मिलने के बाद इन चारों से पूछताछ की जायेगी. पुलिस को फिलहाल इस मामले में अभी कई जानकारी हासिल करनी बाकी है. आगे की लिंक को तलाशना है और ये तीनों पूरी जानकारी दे सकते हैं. हिरासत में अब चार-पांच लोग हैं और भूमिका का सत्यापन किया जा रहा है.

Next Article

Exit mobile version