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नीट प्रश्नपत्र लीक मामला : रिमांड पर लेकर अविनाश और शिव से पूछताछ,उगले कई नाम
पटना : नीट का प्रश्नपत्र लीक करने की साजिश की तह तक जाने के लिए पटना पुलिस ने क्राइस्ट चर्च स्कूल के केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दूबे और पीएमसीएच के छात्र शिव कुमार को दो दिनों के रिमांड पर लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. शिव कुमार बीएसएससी पेपर लीक के मास्टमाइंड संजीव […]
पटना : नीट का प्रश्नपत्र लीक करने की साजिश की तह तक जाने के लिए पटना पुलिस ने क्राइस्ट चर्च स्कूल के केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दूबे और पीएमसीएच के छात्र शिव कुमार को दो दिनों के रिमांड पर लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है. शिव कुमार बीएसएससी पेपर लीक के मास्टमाइंड संजीव गुरु का बेटा है. इन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने नालंदा से सतीश मंडल नाम के एक व्यक्ति को उठाया है और उसकी संलिप्तता का सत्यापन किया जा रहा है. साथ ही बख्तियारपुर से भी दो-तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
पूछताछ में इन अविनाश व शिव ने कई स्कॉलरों व गिरोह में शामिल लोगों के नामों का खुलासा किया है, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. हालांकि, पुलिस इसे गोपनीय रख रही है. उनलोगों से मिली जानकारी के आधार पर नालंदा, नवादा, समस्तीपुर, बेगूसराय व अन्य जिलों में छापेमारी कर रही है.
पुलिस को उनलोगों ने जिन स्कॉलरों के नामों की जानकारी दी है, वे इनके द्वारा प्रश्नपत्र आउट करने के बाद उसे सॉल्व करते और फिर इसके आंसर इस गिरोह के अन्य सदस्यों द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों काे दिये जाते. इसके बाद उन्हें आंसर रटवाये जाते या फिर परीक्षा केंद्र के अंदर पहुंचाने के लिए अन्य व्यवस्था की जाती. साथ ही इस गिरोह के कई अन्य राज्यों के सेटरों से भी जुड़े होने के संकेत पुलिस को मिले हैं. पुलिस ने इनके मोबाइल को भी खंगाला है और कई ऐसे नंबरों की लिस्ट बनायी है, जाे एक सप्ताह से लगातार इन लोगों के संपर्क में थे. वैसे लोग पुलिस की हिट लिस्ट में है, जिन्होंने एक-एक घंटा इन लोगों से बातचीत की थी.
वैसे इस बार पटना पुलिस सतर्कता बरत रही है. पिछली बार भी इन लोगों ने पुलिस को कई गलत जानकारियां दी थीं. उक्त जानकारियों के आधार पर तीन-चार लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में सभी को छोड़ दिया गया. इन दोनों से सवाल पूछे जा रहे हैं और पुलिस नीट प्रश्नपत्र लीक की साजिश के पीछे की कहानी को जानने का प्रयास में लगी है. केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दूबे को पुलिस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड मान रही है और अाशंका जता रही है कि इसने पूर्व में हुई परीक्षाओं में भी प्रश्नपत्र लीक किया होगा?
कई सालों से जानते है एक-दूसरे को
अब तक पुलिस को जो जानकारी हाथ लगी है कि उसके अनुसार केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दूबे, एनएमसीएच छात्र शिवम मंडल, पीएमसीएच का छात्र शिव कुमार व लॉ का छात्र अविनाश रौशन एक-दूसरे को काफी पहले से ही जानते थे और ये सभी विभिन्न परीक्षाओं की सेटिंग में लगे थे. अविनाश चंद्र दूबे को वहां केंद्राधीक्षक बनाया गया और फिर उसने गोलमाल शुरू कर दिया.
यह थी गिरोह की योजना
1.सबसे पहले प्रश्नपत्र लीक करना
2.फिर स्कॉलर से सॉल्व करवना
3.इसके बाद कई राज्यों में फैले गिरोह के सदस्यों प्रश्न व आंसर भेजन
आरोिपतों से पुलिस ने पूछे ये सवाल
1. प्रश्नपत्र आउट करने के बाद क्या योजना थी?
2. प्रश्नपत्र को सॉल्व करने के लिए कौन-कौन स्कॉलर सेट थे?
3. छात्रों को कहां पर जुटाया गया था, जहां उन्हें प्रश्नपत्र व आंसर की जानकारी दी जाती?
4. प्रश्नपत्र को सेंटर पर ले जाने के बजाय ओल्ड बाइपास पर क्यों ले जाया जा रहा था?
5. क्या वहां कोई प्रश्नपत्र को रिसीव करने के लिए पहुंचा था?
6. जिस गाड़ी में प्रश्नपत्र ले गये, वह कहां से उनलोगों ने खरीदी थी?
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