भ्रष्टाचार मुद्दे पर चुप हैं सीएम नीतीश : पासवान

पटना : केंद्रीय खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. अपने आवास स्थित आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार गिरती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौनी बाबा बने हुए हैं. उनकी तरफ से इन मुद्दों पर किसी तरह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2017 7:02 AM
पटना : केंद्रीय खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री रामविलास पासवान ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. अपने आवास स्थित आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार गिरती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौनी बाबा बने हुए हैं. उनकी तरफ से इन मुद्दों पर किसी तरह का बयान नहीं आ रहा है, जो बेहद ही दुखद बात है.
महागठबंधन के सहयोगी दल राजद और उनके प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. उनकी और उनके परिवार की अवैध संपत्ति के जुड़े दस्तावेज लगातार सामने आ रहे हैं. फिर भी सीएम नीतीश कुमार कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.
क्या सही है और क्या गलत है, इस मुद्दे पर उन्हें कुछ भी बयान देना चाहिए, लेकिन वह पूरी तरह से परहेज कर रहे हैं. राज्य में पूरी व्यवस्था पारदर्शी होनी चाहिए, जिसकी कमी साफतौर पर दिखती है. उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में शासन की बागडोर नीतीश कुमार के हाथ में रहेगी, तब तक राज्य का सत्यानाश होता ही रहेगा.लोजपा 28 नवंबर को अपना स्थापना दिवस समारोह मनायेगी.
इस मौके पर सभी पंचायत और प्रखंड से कार्यकर्ताओं को बुलाया जायेगा.
बैठक के दौरान उन कार्यकर्ताओं की समीक्षा की गयी, जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान सक्रिय रहे थे. अगली हाइपॉवर कमेटी की बैठक 19 और 20 जून को होगी. सभी प्रखंड और पंचायत स्तरीय बूथ तक कमेटी का गठन हो गया है. 30 जून को इसे लेकर समीक्षा की जायेगी.
वह पीएम पैकेज की बात लगातार दोहराते रहते हैं, पहले वह यह बताएं कि उन्होंने पैकेज के लिए कोई रोडमैप तैयार किया है या नहीं. जब कोई रोडमैप तैयार ही नहीं किया है, तो फिर किस पैकेज की मांग वह केंद्र से करते रहते हैं. पहले रोड मैप तैयार करें, तब पैकेज की मांग करें. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शराबबंदी की बात करने वाली इस सरकार में हर जगह चोरी-छिपे शराब बिक रही है.
शराबबंदी कानून का आलम यह है कि यहां के लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं. शराबबंदी के डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भ्रष्टाचार काफी बढ़ा. थाना से लेकर अधिकारी तक अवैध शराब बिकवाने में दलाली कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इवीएम में छेड़छाड़ करने की बात पूरी तरह बेबुनियाद है. रामविलास पासवान से जब दलित राष्ट्रपति का मामला पूछा गया, तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि 1990 में एक बार इस मुद्दे को उठाये थे.

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