ऑल पार्टी मीटिंग में लिया गया समानता का संकल्प

जेंडर एलायंस पर तमाम नेता एकजुट पटना : जेंडर एलायंस की तरफ से ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन किया गया. रविवार को हुए इस आयोजन में हर पार्टी के नेताओं ने शिरकत की. इस मीटिंग का नाम राउंड टेबल मीटिंग रखा गया, जिसमें जदयू, राजद, कांग्रेस, लोजपा और बीजेपी पार्टी के नेताओं ने भाग लिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2017 8:01 AM
जेंडर एलायंस पर तमाम नेता एकजुट
पटना : जेंडर एलायंस की तरफ से ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन किया गया. रविवार को हुए इस आयोजन में हर पार्टी के नेताओं ने शिरकत की. इस मीटिंग का नाम राउंड टेबल मीटिंग रखा गया, जिसमें जदयू, राजद, कांग्रेस, लोजपा और बीजेपी पार्टी के नेताओं ने भाग लिया. सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने जेंडर एलायंस के पांच मुख्य मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और अपनी सहमति देते हुए संकल्प जताया.
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इन मुद्दों से ना केवल समाज में महिला सशक्तीकरण मजबूत होगा, बल्कि किशोरियों को भी अपना अधिकार मिलेगा. भाग लेने वालों में बीजेपी से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय, वरिष्ठ नेता किरण घई, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष नितिन नवीन, वरिष्ठ नेता सुखदा पांडेय, जदयू से समाज कल्याण मंत्रालय की मंजू वर्मा, एमएलए श्याम रजक, एमएलसी नीरज, प्रवक्ता नवल शर्मा, कांग्रेस से एमएलए शकील अहमद, प्रवक्ता जया मिश्रा, प्रवक्ता एमके वर्मा, राजद से इजयायादव, कला संस्कृति एवं युवा
मंत्रालय से शिवचंद्र राम, पद्मश्री सुधा वर्गीज, प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह, एक्सपर्ट में भारत सरकार के चेयर पर्सन डॉ पैम राजपूत, बीबीसी के वरिष्ठ पत्रकार इकबाल अहमद और साउथ एशिया फॉर इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन वुमन के रिजनल डायरेक्टर डॉ रवि वर्मा शामिल रहे.
विवाह की न्यूनतम उम्र में हो समानता
जेंडर एलायंस यूएनएफपीए (UNFPA) की एक पहल है जो बिहार में किशोरियों को सशक्त करने के लिए नीतियों एंव कानून में सुधार के प्रति संकल्पित है. जेंडर एलाइंस के पांच मुद्दे हैं.
इनमें विवाह की न्यूनतम आयु में लैगिंक समानता, दहेज प्रथा को बिहार से पूर्णतः समाप्त करना, किशोरियों की उच्च शिक्षा के लिए बिहार सरकार मुफ्त शिक्षा को 14 साल से बढ़ाकर 18 साल तक लागू करना, महिलाओं को बिहार विधान सभा में 33% आरक्षण देने और किशोरियों के विकास एंव सशक्तिकरण के लिए नीति निर्माण करना शामिल है. यूएनएफपीए के बिहार पदाधिकारी नदीम नूर ने जेंडर एलाइंस की पृष्टभूमि को पीपीटी के माध्यम से बताया.

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