जिसमें क्षमता, वही विपक्ष का होगा पीएम उम्मीदवार : नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री बोले. जनता ने जो काम दिया, वही कर रहा हूं राष्ट्रीय स्तर पर भी महागठबंधन की वकालत की पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन की वकालत की है. उन्होंने सोमवार को कहा कि विपक्ष के नेतृत्व का सवाल भविष्य की बात है. राष्ट्रीय स्तर पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2017 7:31 AM
मुख्यमंत्री बोले. जनता ने जो काम दिया, वही कर रहा हूं
राष्ट्रीय स्तर पर भी महागठबंधन की वकालत की
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन की वकालत की है. उन्होंने सोमवार को कहा कि विपक्ष के नेतृत्व का सवाल भविष्य की बात है. राष्ट्रीय स्तर पर कई पार्टियां हैं. अगर महागठबंधन हाेता है, तो अच्छी बात है. प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के संबंध में पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 2019 में पीएम पद के दावेदार नहीं हैं. जहां तक विपक्ष के नेतृत्व की बात है, तो जिसमें क्षमता दिखेगी, वही नेतृत्व करेगा. लोक संवाद के बाद संवाददाताओं से नीतीश कुमार ने कहा, पांच साल पहले नरेंद्र मोदी को कोई जानता था? उनमें क्षमता दिखी और वे प्रधानमंत्री हैं. जनता ही क्षमता तय करेगी. मैं खुद में ऐसी कोई क्षमता नहीं देखता हूं और इस दिशा में कहीं से भी मेरा कोई एस्प्रेशन (चाहत) नहीं है.
मैं इतना बड़ा मूर्ख नहीं हूं. मेरी छोटी-सी पार्टी है. उन्होंने कहा कि जनता ने जो काम करने का अवसर दिया है, हम वह काम करते हैं. इसके आगे कुछ नहीं सोचते हैं. हर कोई 2019 को लेकर ऐसे ही हम पर टारगेट करता है. पार्टी (जदयू) का मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है और अगर पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर बनाना चाहते हैं, तो इसमें क्या खराबी है?
महागठबंधन की सरकार है. मेरा यहां कमिटमेंट है. जनता की सेवा करने के लायक हैं, तो काम करते हैं और कृपा करके हमें काम करने दें. यह मेरा दायित्व के साथ-साथ कर्तव्य भी है. अकारण मेरे ऊपर हमला न करें. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की संपत्ति को लेकर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और राजद इसका जवाब दे रहे हैं. उन्हें इसमें कुछ नहीं कहना है. राजद की रैली में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इसमें काफी समय है. जब बुलाया जायेगा, तो जाऊंगा.
इवीएम से हो चुनाव, वीवीपैट भी हो लागू
मुख्यमंत्री ने कहा कि इवीएम से ही चुनाव होना चाहिए. बैलेट पेपर से यह अच्छा है. इसके बारे में अगर कोई आशंका है, तो उसे दूर करना चाहिए. इवीएम में चुनाव के साथ-साथ वीवीपैट भी लागू करना चाहिए. इससे इवीएम की विश्वसनीयता और बढ़ेगी. इवीएम में वोटिंग करने के साथ एक परचा (वीवीपैट) निकलता है और यह डिब्बे में गिर जाता है.
इसे और इवीएम में हुई वोटिंग की काउंटिंग कर लें और इवीएम की क्रेडिटबिलिटी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन है, लेकिन तीनों पार्टियां तो अलग-अलग हैं. बिहार के मुद्दे के लिए तीनों दलों का साझा कार्यक्रम है. बहुत मुद्दों पर हमारी अलग-अलग राय है, चाहे वह नोटबंदी हो या फिर इवीएम का इस्तेमाल. अलग-अलग चीजों पर अलग-अलग राय हो सकती है. हर चीज को विवाद से नहीं देखना चाहिए.
गंगा या किसी नदी में शराब बहाना बरदाश्त नहींमुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी में शराब बहाये जाने की बात उनकी जानकारी में नहीं आयी है. गंगा क्या, किसी भी नदी में शराब नहीं बहायी जायेगी, तो इसे बरदाश्त नहीं किया जायेगा.
शराब को बहाना नहीं, बल्कि उसे नष्ट करना है. जहां शराब की बरामदगी हो रही है, वहां उसका सैंपल रख कर बाकी को नष्ट कर देना है और इसकी सूचना कोर्ट को दे देनी है. इसके लिए सरकार मुहिम चला रही है, लेकिन इक्के-दुक्के लोग गड़बड़ी करते हैं. युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार के ससुर व साला पकड़ाये हैं. उन्हें बख्शा नहीं गया. काम तो भरोसे पर चलता है, किसी के ललाट पर तो नहीं लिखा होता है कि उसके अंदर क्या चल रहा है. हम न तो किसी को फंसाते हैं और न ही किसी को बचाते हैं, लेकिन जो गड़बड़ी करता है, तो उसे छोड़ते भी नहीं है.
दहेजवाली शादियों में न जाएं, तो दहेज प्रथा पर लगेगी लगाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर दहेजवाली शादियों में न जाने का निर्णय ले लें तो दहेज प्रथा में लगाम लग जायेगा. स्थानीय स्तर पर अभियान शुरू हो गया है. अब सरकार सशक्त अभियान चलायेगा. इसमें गैर सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित व पुरस्कृत किया जायेगा. अब तक दहेज प्रथा संपन्न परिवारों तक थी, लेकिन अब यह नीचे तबके में भी धीरे-धीरे पांव पसार रहा है.
दहेज प्रथा के खिलाफ वातावरण बनाना है. उन्होंने कहा कि आज लड़का (नवजात) बीमार पड़ता है, तो इलाज करा लेते हैं, लेकिन लड़की का इलाज नहीं कराते. इस मानसिकता से ऊपर उठना होगा. इस पर भी मास अभियान चलाया जायेगा. बेटा हो या बेटी, सबका इलाज करना चाहिए. शराबबंदी का व्यापक प्रभाव पड़ा है. लोगों को प्रेरित करना है और लोग इस दिशा में सोच रहे हैं.
केंद्र तय करेगा किससे करानी है जांच
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक की खबर आयी है. अब केंद्र को तय करना है कि इसकी जांच राज्य की पुलिस करेगी या दिल्ली की पुलिस या फिर सीबीआइ करेगा. राज्य सरकार प्रारंभिक जांच-पड़ताल कर रही है. कार्रवाई चल रही है. जो भी सूचना मिल रही है, उस पर बात आगे बढ़ रही है.
राष्ट्रपति पद के लिए आम राय बनाना केंद्र का काम
मुख्यमंत्री ने केंद्र से राष्ट्रपति का चुनाव सर्वानुमति से करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में केंद्र सरकार का फर्ज बनता है कि वह सभी दलों से इस पर सहमति लेने का प्रयास करे. अगर विपक्ष के दलों से सहमति नहीं ली जायेगी और उनसे कुछ नहीं पूछा जायेगा, तो विपक्ष अपना उम्मीदवार तो खड़ा करेगा ही. केंद्र सरकार इसमें खुद पहल करे. प्रणब मुखर्जी को दोबारा राष्ट्रपति बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे बढ़िया क्या हो सकता है कि प्रणब मुखर्जी फिर से राष्ट्रपति बनें. इसके लिए केंद्र को सर्वानुमति लेनी होगी.
सीएम ने कहा, तथ्य हैं, तो कानून का सहारा ले भाजपा
सीएम ने कहा कि जो आरोप भाजपा व उसके नेता सुशील मोदी लगाये जा रहे हैं, उसका जवाब लालू प्रसाद व राजद की ओर से दिये जा रहे हैं. ऐसे में किसी तीसरे को प्रतिक्रिया देने की क्या जरूरत है. भाजपा के पास अगर तथ्य हैं, तो कानून का सहारा ले. सिर्फ बयानबाजी
से क्या होगा?
लोक संवाद : अहम सुझाव
स्कूलों की मॉनीटरिंग : एप से सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की हाजिरी लेने और स्कूलों की मॉनीटरिंग की जाये.
दहेज प्रथा व बाल विवाह : शादी करनेवाले युवक-युवती समेत उनके अभिभावकों से लिखित लिया जाये कि उन्होंने न तो दहेज लिया है और न दिया है.

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