काउंसेलिंग के चार घंटे बाद कहा कि छोड़नी होगी सीट

पटना : काउंसेलिंग के लिए बुलाया. काउंसेलिंग पूरा भी हुआ. दरभंगा मेडिकल कॉलेज में आर्थोपेडिक विभाग के लिए सीट भी एलॉट हो गया. लेकिन काउंसेलिंग के चार घंटे के बाद एमबीबीएस छात्र नीरज सिंह से कहा गया कि आपका सीट एलॉटमेंट गलत हो गया है. आपको यह सीट छोड़नी पड़ेगी. बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2017 7:04 AM
पटना : काउंसेलिंग के लिए बुलाया. काउंसेलिंग पूरा भी हुआ. दरभंगा मेडिकल कॉलेज में आर्थोपेडिक विभाग के लिए सीट भी एलॉट हो गया. लेकिन काउंसेलिंग के चार घंटे के बाद एमबीबीएस छात्र नीरज सिंह से कहा गया कि आपका सीट एलॉटमेंट गलत हो गया है.
आपको यह सीट छोड़नी पड़ेगी. बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद परिसर में मंगलवार को इस घटना के बाद छात्र आक्रोशित हो गये और हंगामा किया. इसके बाद बाकी चल रही काउंसेलिंग को बंद करवाया. ज्ञात हो कि 10 से 14 अप्रैल को प्रथम काउंसेलिंग होने के बाद मंगलवार यानी 16 मई से सेकेंड काउंसेलिंग शुरू की गयी. लेकिन पहले ही बीसीइसीइ पर धांधली का अारोप छात्रों ने लगाया और काउंसेलिंग बंद कर दी. सेकेंड काउंसेलिंग 19 मई तक होनी थी. लेकिन अब इसकी तिथि बीसीइसीइ बाद में घोषित करेगा.
बीसीइसीइ पर छात्रों ने लगाया है आरोप : छात्र नीरज सिंह ने बताया कि आरक्षण केटेगरीवाले छात्र अगर जेनरल रैंक के अनुसार सीट एलॉटमेंट में पसंद की सीट ले रहे हैं और उनकी केटेगरीवाली सीट खाली रह जा रही है, तो इस सीट पर जेनरल छात्रों को मौका नहीं दिया जा रहा है, जो गलत है.
पटना : पिछले तीन वर्षों के नामांकन की जांच की जायेगी. नामांकन के हर पहलू को देखा जायेगा. नामांकन लेनेवाले अभ्यर्थियों ने किस तरह से परीक्षा दी और मेडिकल कॉलेज तक पहुंचे, इन तमाम बातों की जांच की जायेगी. प्रभात खबर में दो अभ्यर्थियों के गलत नामांकन की खबर प्रकाशित हुई थी.
बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद द्वारा एक जांच कमेटी बनायी जा रही है, जो उन फर्जी अभ्यर्थियों तक पहुंचेगा, जिन्होंने गलत तरीके से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाया है. इसके लिए तमाम कॉलेजों से बीसीइसीइ संपर्क करेगा. इनमें पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस छात्र अनिमेष कुमार और अमरेश कुमार भी शामिल हैं.
प्राथमिकी के बाद कैसे लिया नामांकन : बीसीइसीइ सूत्रों की मानें, तो जब 2015 में अमरेश कुमार पर प्राथमिकी करवायी गयी थी, तो पीएमसीएच में नामांकन कैसे हो गया. इसकी जांच की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version