आयकर छापा : 11 विधायक पर गिरी गाज, आय से अधिक स्रोत का मामला
शिकंजा. आयकर विभाग ने हलफनामे की जांच पूरी की पटना : वर्ष 2015 में हुई बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जितने भी जनप्रतिनिधियों ने चुनाव लड़ा था, उनके दायर हलफनामा की जांच आयकर विभाग ने तकरीबन पूरी कर ली है. इसमें चुनाव जीतकर दूसरी या तीसरी बार विधायक बने जनप्रतिनिधियों की संपत्ति की खासतौर से […]
शिकंजा. आयकर विभाग ने हलफनामे की जांच पूरी की
पटना : वर्ष 2015 में हुई बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जितने भी जनप्रतिनिधियों ने चुनाव लड़ा था, उनके दायर हलफनामा की जांच आयकर विभाग ने तकरीबन पूरी कर ली है. इसमें चुनाव जीतकर दूसरी या तीसरी बार विधायक बने जनप्रतिनिधियों की संपत्ति की खासतौर से जांच की गयी. इस दौरान करीब 83 विधायकों की संपत्ति में पिछली बार की तुलना में इस बार चार से पांच गुणा की बढ़ोतरी या इस बार के दायर हलफनामा में उल्लेखित संपत्ति में बड़े स्तर पर गड़बड़ी पायी गयी.
इसके बाद इन सभी जन प्रतिनिधियों से आयकर विभाग ने जवाब तलब किया और अपनी संपत्ति की बढ़ोतरी का स्पष्ट कारण बताने को कहा. परंतु 11 विधायक ऐसे हैं, जो अपनी आय से अधिक या संपत्ति में हुई अत्याधिक बढ़ोतरी का कोई स्पष्ट कारण ही नहीं बता पाये हैं. इनके पास 50 लाख से एक करोड़ के बीच बिना स्रोत वाली संपत्ति है. इन विधायकों के खिलाफ आयकर विभाग पेनॉल्टी करने की तैयारी में है या इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा सकता है. इनकी बढ़ी हुई अतिरिक्त संपत्ति पर 300 प्रतिशत तक पेनॉल्टी की जा सकती है.
पेनॉल्टी नहीं देने की स्थिति में सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. विभागीय सूत्र बताते हैं कि विभागीय स्तर पर अभी इस मामले की जांच कुछ अन्य पहलूओं पर चल ही रही है. इसके बाद मौजूदा 11 एमएलए की संख्या में बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है. जांच आगामी एक महीने में पूरा होने की संभावना है. यह संख्या बढ़कर 11 से 20 तक पहुंच सकती है.
भाजपा, जदयू और राजद के विधायक इसमें शामिल :अपनी संपत्ति का सही स्रोत नहीं बताने वाले 11 विधायकों में भाजपा, जदयू और राजद के विधायक शामिल हैं. इन पर 50 लाख से एक करोड़ तक की बिना स्रोत वाली संपत्ति के हिसाब से पेनाल्टी की जायेगी. आयकर विभाग ने इनसे अवैध आय वाली संपत्ति के बारे में कई बार पूछताछ की, लेकिन ये इनका सही स्रोत बताने में पूरी तरह से विफल साबित हुए. आय के इनके अवैध स्रोतों के बारे में भी पूछताछ की जायेगी. विभाग यह जानने की कोशिश करेगा कि आखिर इनके पास अन-एकाउंटेड मनी कहां से आया और अवैध संपत्ति कैसे जमा की.
इन विधायकों पर कार्रवाई की तैयारी
कुम्हरार (पटना) से अरुण कुमार सिन्हा, मसौढ़ी से रेखा देवी, मोहनिया से निरंजन राम, खगड़िया से पूनम देवी, बहादुरगंज (किशनगंज) से मो. तौसीफ आलम, किशनगंज से डॉ. मोहम्मद जावेद, साहेबपुर कमाल (बेगूसराय) से श्रीनारायण यादव, छातापुर (सुपौल) से नीरज कुमार सिंह, गोपालपुर (भागलपुर) से नरेंद्र कुमार नीरज, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा औरंगाबाद से रामाधार सिंह