तेज प्रताप और तेजस्वी को कानूनी रूप से घेरने की तैयारी में विपक्ष, बनायी यह नयी रणनीति
पटना : बिहार की सियासत में इन दिनों विपक्षियों के निशाने पर सीधे-सीधे लालू परिवार है. बिहार बीजेपी के नेता अपनी रणनीति के तहत हर मोर्चे पर लालू परिवार को घेरने में जुटे हैं. जानकार मानते हैं, कि आने वाले दिनों में बीजेपी कानून का सहारा लेकर लालू परिवार के साथ खासकर तेजस्वी और तेज […]
पटना : बिहार की सियासत में इन दिनों विपक्षियों के निशाने पर सीधे-सीधे लालू परिवार है. बिहार बीजेपी के नेता अपनी रणनीति के तहत हर मोर्चे पर लालू परिवार को घेरने में जुटे हैं. जानकार मानते हैं, कि आने वाले दिनों में बीजेपी कानून का सहारा लेकर लालू परिवार के साथ खासकर तेजस्वी और तेज प्रताप के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकती है. भाजपा स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव को केंद्र में रखकर बेनामी संपत्ति के मामले को अदालत तक ले जा सकती है. हालांकि, बीजेपी नेता इस मामले में स्पष्ट तौर पर अपनी रणनीति का खुलासा नहीं कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय का बयान कुछ इसी ओर इशारा कर रहा है. नित्यानंद राय ने बीजेपी दफ्तर पर हमले की घटना के बाद कानूनी लड़ाई की चेतावनी जारी कर दी है. नित्यानंद राय मामले को अदालत तक ले जाने की सोच रहे हैं.
कागजात जुटा रही है भाजपा
दूसरी ओर भाजपा तेज प्रताप और तेजस्वी से जुड़े उन कागजातों को जुटाने में लगी है, जिससे यह साबित हो कि यह दोनों भी करोड़ों की बेनामी संपत्ति के मालिक हैं और इन्होंने इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भी नहीं दी है. भाजपा भविष्य में राजद की कमान संभालने वाले लालू के दोनों बेटों को घेरने के प्रयास में है. बताया जा रहा है कि 2015 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी संपत्ति संबंधित जानकारी को दोनों भाइयों ने आयोग से छिपाया है. यह आधार बीजेपी के लिए एक बहुत बड़ा सहारा बनता दिख रहा है. भाजपा के अंदरखाने चल रही हलचल पर गौर करें तो इसके लिए पार्टी कानूनी सलाह लेने में जुट गयी है.
कानूनी रूप से घेरने की तैयारी
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि भाजपा नीतीश सरकार से ज्यादा लालू प्रसाद को अपने टारगेट में रखना चाहती है. जानकारों की मानें तो बीजेपी को सियासी लाभ लालू पर हमले से ज्यादा मिलता है. भाजपा नेता तेज प्रताप और तेजस्वी की उन सारी संपत्तियों का डिटेल खंगालने में जुटे हैं जो उनकी अघोषित संपत्ति है. बीजेपी की ओर से दान में मिली संपत्ति और खरीदी गयी संपत्ति का भी विस्तृत विवरण निकाला जा रहा है. बताया जा रहा है कि लालू के दोनों बेटे सरकारी पद पर हैं, अभी तक उन्होंने सरकारी प्रक्रिया के तहत अपनी संपत्ति भी सार्वजनिक नहीं की है. इन बातों को आधार बनाकर उन्हें घेरने की पूरी तैयारी चल रही है.
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