नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के दो उद्योगपतियों और कुछ राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की संलिप्तता वाले 8000 करोड़ रुपये के एक धनशोधन रैकेट मामले की अपनी जांच के संबंध में एक चार्टड अकाउंटेंट (सीए) को गिरफ्तार किया है.
अधिकारियों के अनुसार, सीए राजेश कुमार अग्रवाल उस कंपनी से जुड़े कुछ लेन-देन से भी जुड़ा है, जो कथित तौर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती से जुड़ी हैं और जो कि संदिग्ध कर चोरी के लिए जांच के घेरे में हैं.
Enforcement Directorate arrested Misa Bharti’s chartered accountant Rajesh Agarwal in money trail scam. ED to produce him in Delhi Court
— ANI (@ANI_news) May 23, 2017
अधिकारियों ने बताया अग्रवाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सोमवार की शाम में गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों ने दावा किया कि सीए जांच में ‘‘सहयोग नहीं कर रहा है.’ और यहां की एक सक्षम अदालत से उसकी हिरासत प्राप्त करने के बाद उससे निरंतर पूछताछ की जायेगी. अग्रवाल को कथित तौर पर उद्योगपति भाइयों वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन के पैसे के शोधन में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है. एजेंसी ने यद्यपि अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है और उसके सभी लेन-देन अपनी जांच के दायरे में ले लिये हैं.
एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘‘अग्रवाल ने जैन भाइयों और मेसर्स जगत प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के बीच लेन-देन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. वह मेसर्स मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड की संलिप्तता वाले कुछ लेन-देन से भी जुड़ा है.’