विशेष पैकेज, किसान व रोजगार पर कब होगा सर्जिकल स्ट्राइक : जदयू

जदयू ने केंद्र से किया सवाल, भाषायी आतंकी का न करें व्यवहार पटना : जदयू ने केंद्र सरकार से पूछा है कि बिहार को विशेष पैकेज, किसानों की समस्याओं व युवाओं के रोजगार पर कब सर्जिकल स्ट्राइक होगा? जदयू कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार और डॉ सुनील कुमार सिंह ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 8:41 AM
जदयू ने केंद्र से किया सवाल, भाषायी आतंकी का न करें व्यवहार
पटना : जदयू ने केंद्र सरकार से पूछा है कि बिहार को विशेष पैकेज, किसानों की समस्याओं व युवाओं के रोजगार पर कब सर्जिकल स्ट्राइक होगा? जदयू कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार और डॉ सुनील कुमार सिंह ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि सर्जिकल स्ट्राइक में माहिर केंद्र सरकार भाषायी आतंकी का व्यवहार बंद कर जनता के बुनियादी सवालों का जवाब दे.
प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि जदयू 11 मई से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1.25 लाख करोड़ के विशेष पैकेज, युवाओं को रोजगार, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 50 फीसदी मुनाफा जोड़ कर देने का मामला उठाता रहा है. बावजूद इसके भाजपा की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. इन मुद्दों पर भाजपा नेताओं समेत केंद्र के मंत्रियों ने चुप्पी साध ली है.
भाजपा नेताओं व केंद्र सरकार के मंत्रियों में तथ्यात्मक मुद्दों पर जवाब देने और बहस करने की क्षमता खत्म हो गयी है. उन्होंने कहा कि भाजपा बौद्धिक दिवालियेपन की शिकार हो गयी है, जहां उनके नेताओं को किसी भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर या तो सवाल समझ नहीं आता या उन्हें कोई जवाब नहीं सूझता है. नीरज कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने जीएम सरसों का विरोध किया है और केंद्र सरकार को इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसे पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जदयू प्रवक्ता सह नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि एक तरह केंद्र सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है, वहीं राज्य सरकार ने किसानों के हित में फैसला लिया है. राज्य सरकार की ओर से दिये गये उन्नत बीज के कारण ही बिहार में रिकॉर्ड गेहूं का उत्पादन हुआ है.
सरकार ने 1,46,589 क्विंटल गेहूं के उन्नत बीज का वितरण किया है. वहीं, 38,191 क्विंटल धान के बीज का, 4818 क्विंटल मक्के के बीज का, 1845 क्विंटल दलहन के बीज का और 375 क्विंटल तिलहन के बीज का वितरण किया गया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वित्तीय वर्ष में 6444 लाख रुपये की सब्सिडी किसानों को सीधे तौर पर दी है. इसका नतीजा है कि बिहार का किसान देश के अन्य भागों के किसानों से बेहतर स्थिति में हैं.

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