लाखों की ठगी करनेवाले गिरोह का परदाफाश
पटना हाइकोर्ट में नौकरी देने का मामला, चार गिरफ्तार पटना : हाइकोर्ट व अन्य संस्थानों में नौकरी देने के नाम पर लाखों की ठगी करनेवाले एक गिरोह का पटना पुलिस ने परदाफाश किया है. इस गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और काफी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये हैं. […]
पटना हाइकोर्ट में नौकरी देने का मामला, चार गिरफ्तार
पटना : हाइकोर्ट व अन्य संस्थानों में नौकरी देने के नाम पर लाखों की ठगी करनेवाले एक गिरोह का पटना पुलिस ने परदाफाश किया है. इस गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और काफी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये हैं.
बताया जाता है यह गिरोह फर्जी नियुक्तिपत्र लेकर लाखों रुपये ले लेता था और फिर जब उक्त व्यक्ति ज्वाइन करने पहुंचता था, तो फर्जी नियुक्तिपत्र होने की जानकारी मिलती थी. इस संबंध में एक पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत की थी. इसके बाद उसकी निशानदेही पर तीन को पकड़ा गया और फिर उन तीनों की निशानदेही पर शुक्रवार की देर रात छापेमारी हुई और एक अन्य को पकड़ लिया.
पटना : एक निजी वेबसाइट पर सीआरपीएफ में सिपाही की बहाली का फर्जी विज्ञापन जारी कर दिया गया. ‘ फ्री जॉब अलर्ट ‘ नामक इस वेबसाइट पर जारी विज्ञापन का यह असर हुआ कि छात्र जमुई व गया स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचने लगे. छात्रों के इन स्थानों पर जुटने की खबर सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों को पता चली, तो उन्होंने पूरे मामले की जांच करायी.
इसके बाद सीआरपीएफ के पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय की तरफ से बकायदा विज्ञप्ति जारी कर यह कहा कि इस तरह का कोई विज्ञापन सीआरपीएफ ने जारी नहीं किया है और न ही कोई बहाली होनेवाली है. बहाली की कोई वैकेंसी केंद्रीय फोर्स में नहीं है. इस मामले में सीआरपीएफ के आइजी एमएस भाटिया ने कहा कि इस तरह के फर्जी विज्ञापन के चक्कर में छात्र नहीं पड़े. सीआरपीएफ में अगर कोई भी बहाली निकलती है, तो वह उसके आधिकारिक वेबसाइट पर ही जारी होती है.