आइटीआइ उत्तीर्ण का पोर्टल पर होगा निबंधन

रजिस्ट्रेशन के लिए श्रम संसाधन विभाग 15 से 25 जून तक चलायेगा अभियान राज्य के विभिन्न आइटीआइ से उत्तीर्ण छात्रों का श्रम संसाधन विभाग नेशनल कैरियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर निबंधन करायेगा. अब तक 6.50 लाख प्रशिक्षणार्थियों का निबंधन हो भी चुका है. 15 से 25 जून तक अभियान चलाकर निबंधन होगा. इसके लिए 15 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2017 6:31 AM
रजिस्ट्रेशन के लिए श्रम संसाधन विभाग 15 से 25 जून तक चलायेगा अभियान
राज्य के विभिन्न आइटीआइ से उत्तीर्ण छात्रों का श्रम संसाधन विभाग नेशनल कैरियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर निबंधन करायेगा. अब तक 6.50 लाख प्रशिक्षणार्थियों का निबंधन हो भी चुका है. 15 से 25 जून तक अभियान चलाकर निबंधन होगा. इसके लिए 15 जून तक प्रशिक्षणार्थियों से विस्तृत ब्यौरा मांगा गया है. इस निबंधन से युवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. राज्य में अभी 96 सरकारी आइटीआइ और एक हजार से अधिक निजी आइटीआइ हैं. निजी आइटीआइ में 1.75 लाख नामांकन क्षमता है. सरकारी आइटीआइ से हर साल तीस हजार से अधिक प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण लेकर निकलते हैं.
श्रम संसाधन विभाग आइटीआइ ट्रेंड प्रशिक्षणर्थियों के हित में उनके नियोजन को लेकर विभिन्न ट्रेडों में आइटीआइ ट्रेंड का एनसीएस पोर्टल पर निबंधन करेगा. इसके लिए सभी से 15 जून तक अपना बायोडाटा जमा करने को कहा गया है. बायोडाटा में मोबाइल नंबर अनिवार्य कर दिया गया है. बायोडाटा के साथ शैक्षणिक प्रमाणपत्र तथा पहचानपत्र भी देना है. आइटीआइ पास प्रशिक्षणार्थियों से कहा गया है कि वे 15 जून तक जहां से उत्तीर्ण हुए हैं वहां के प्राचार्य को अपना बायोडाटा उपलब्ध करा दें. 15 से 25 जून तक उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों का एनसीएस पोर्टल पर निबंधन होगा.
पूर्ववर्ती छात्रों की बनेगी निर्देशिका श्रम संसाधन विभाग सभी सरकारी आइटीआइ के पूर्ववर्ती छात्रों का निर्देशिका तैयार करा रहा है. विभाग ने सभी उतीर्ण छात्रों से कहा है कि या तो खुद का काम कर रहे हों या कहीं और काम कर रहे हों तो इस संबंध में अपने आइटीआइ के प्राचार्य को 15 जून तक जानकारी उपलब्ध करा दें, ताकि निर्देशिका में विवरण दिया जा सके.
एनसीएस पोर्टल से नियोजन में होगी सुविधा : एनसीएस पोर्टल पर निबंधन हो जाने से आइटीआइ ट्रेंड छात्रों को सुविधा होगी. नियोजक पोर्टल देखकर अपने लिए उपयोगी कामगार की तलाश कर सकेंगे. इससे छात्रों को नौकरी मिलने में सुविधा होगी. अभी कैरियर मेला में जाकर नौकरी तलाशनी होती है.

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