Patna Airport: बिहार के पटना हवाई अड्डा तेजी से बढ़ते यात्री यातायात और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ नए आयामों की ओर बढ़ रहा है. अगस्त 2024 में, बढ़ते हवाई किराए के बावजूद, जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 6.2% की यात्री वृद्धि दर्ज की. पिछले वर्ष की तुलना में अगस्त में 2,96,003 यात्रियों ने इस हवाई अड्डे से सफर किया, जबकि 2023 में यह संख्या 2,78,716 थी.
यहां देखें कुल आंकड़ा
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 के बीच, पटना हवाई अड्डे ने 4.5% की घरेलू यात्री वृद्धि दर्ज की. पिछले साल इसी अवधि में 14,28,784 यात्रियों की तुलना में इस साल 14,93,506 यात्रियों ने इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल किया.
पुराने टर्मिनल में सुधार जारी
विमानों की आवाजाही में भी वृद्धि हुई है। अगस्त 2024 में 2,001 उड़ानें संचालित हुईं, जो पिछले साल की 1,972 उड़ानों से अधिक है. एएआई के अनुसार, यात्रियों और उड़ानों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए पुराने टर्मिनल भवन में सुधार जारी है, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
हवाई अड्डा की क्षमता में होगी वृद्धि
अत्याधुनिक टर्मिनल भवन अगले कुछ महीनों में यात्रियों के लिए खोला जाएगा, जिससे हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता 30 लाख से बढ़कर 1 करोड़ यात्री तक हो जाएगी. नई दो मंजिला इमारत में प्रस्थान और आगमन के अलग-अलग क्षेत्र होंगे, साथ ही कई नई परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है. इन परियोजनाओं में कार्गो सुविधाएं, फायर स्टेशन, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर, पैरेलल टैक्सी ट्रैक और मल्टी-लेवल कार पार्किंग शामिल हैं.
पटना हवाई अड्डा इतने उड़ानों को संभालता है
फिलहाल, पटना हवाई अड्डा प्रतिदिन लगभग 30 से 34 उड़ानों को संभालता है और 8,000 से 10,000 यात्रियों की सेवा करता है. यह हवाई अड्डा देश के 13 प्रमुख गंतव्यों से सीधे जुड़ा हुआ है, और आने वाले वर्षों में यह संख्या और भी बढ़ने की संभावना है.
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भविष्य की ओर पटना
पटना हवाई अड्डा जल्द ही बिहार के लिए एक प्रमुख हवाई केंद्र के रूप में उभर रहा है, जहां यात्री सुविधाओं में सुधार और बुनियादी ढांचे का विस्तार इसका मुख्य आकर्षण होगा.