बिहार के बाहर के राहत केंद्रों पर अप्रवासी बिहारियों को मिल रही सुविधाएं

लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए बिहार के लोगों के लिए बिहार फाउंडेशन के माध्यम से फूड पैकेट, सैनेटाइजर, मास्क एवं अन्य राहत सामग्रियों की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. अब तक देश के विभिन्न राज्यों से मिल रही सृचना के मुताबिक, कुल 5,015 लोगों को राहत पहुंचाई जा चुकी है.

By Kaushal Kishor | March 30, 2020 10:38 PM
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पटना : लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए बिहार के लोगों के लिए बिहार फाउंडेशन के माध्यम से फूड पैकेट, सैनेटाइजर, मास्क एवं अन्य राहत सामग्रियों की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. अब तक देश के विभिन्न राज्यों से मिल रही सृचना के मुताबिक, कुल 5,015 लोगों को राहत पहुंचाई जा चुकी है.

महाराष्ट्र के धारावी राहत केंद्र में 1,200, मुंबई के गोवांडी राहत केंद्र में 600, नवी मुंबई राहत केंद्र में 500, कल्याण राहत केंद्र में 500, बलोपुर नवी मुंबई राहत केंद्र में 140, पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ राहत केंद्र में 05, पुणे के अंबे गांव राहत केंद्र में 280, पुणे के सिंहगाड़ राहत केंद्र में 135, हैदराबाद राहत केंद्र में 100, चेन्नई राहत केंद्र में 100, कोलकाता राहत केंद्र में 125, बेंगलुरु राहत केंद्र में 500 और आम बिहारी कल्याण मंच सिक्किम में 300 लोगों को भोजन/राशन देकर राहत पहुंचायी गयी है.

राहत केंद्रों पर प्रवासी बिहारियों के लिए भोजन के साथ-साथ आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा बलोपुर नवी मुंबई, ठाणे, मीरा भयंदर, महाराष्ट्र में अस्थायी राहत शिविर भी बनाया गया है. मुख्यमंत्री ने बिहार फाउंडेशन को निर्देश दिया है कि आवश्यकतानुसार अन्य स्थानों पर भी आपदा राहत केंद्र स्थापित कर लॉकडाउन में फंसे बिहार के लोगों को भोजन, आवासन एवं चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करायी जाये. इस पर व्यय होनेवाली राशि का वहन मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जायेगा.

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